“गाँव-गाँव सरकार” अभियान के तहत हस्तिनापुर में लगा जिले का पहला शिविर
कलेक्टर श्रीमती चौहान ने अपनी मौजूदगी में देश शाम तक चले शिविर में कराया समस्याओं का समाधान
जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती दुर्गेश जाटव भी विशेष रूप से पहुँची शिविर में
ग्वालियर : सुनने में ये समस्यायें हम सबको भले ही छोटी लगें, पर उस आम आदमी के लिए बहुत बड़ी हैं, जो दूर-दराज के क्षेत्र में रहता है और इन समस्याओं के कारण उसे शासन की उन सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है, जिनकी वह पात्रता रखता है। मसलन आधार और बैंक खाता लिंक न होने की वजह से जिसके खाते में पात्रता के बाबजूद शासन की मदद नहीं पहुँच पा रही है। आयुष्मान कार्ड न होने से नि:शुल्क इलाज की सुविधा नहीं मिल पा रही है। इसी तरह फॉर्मर आईडी न बन पाने से पीएम सम्मान निधि खाते में न पहुँचने की समस्या सर पर है। आम आदमी के जीवन से जुड़ीं ऐसी तमाम समस्याओं का समाधान कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान की मौजूदगी में शुक्रवार को हस्तिनापुर में “गाँव-गाँव सरकार” अभियान के तहत आयोजित हुए शिविर में किया गया। इतना ही नहीं शिविर में आई शिकायत के आधार पर राजस्व टीम को मौके पर भेजकर कई जगह जमीन का सीमांकन कराया गया तो हस्तिनापुर से ग्राम तोर के बीच के रास्ते से अतिक्रमण हटवाकर स्थानीय निवासियों की रास्ते संबंधी समस्या हल कर दी गई। शिविर में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती दुर्गेश कुंवर सिंह जाटव भी विशेष रूप से पहुंचीं थीं। उन्होंने दीप प्रज्ज्वलित कर शिविर का शुभारंभ किया।
शुक्रवार को तहसील कार्यालय परिसर हस्तिनापुर में प्रात:काल लगभग 11 बजे से शुरू हुआ यह शिविर देर शाम तब तक जारी रहा, जब तक शिविर में आए हरेक आम आदमी की सुनवाई नहीं हो गई। गाँव-गाँव सरकार अभियान के तहत आयोजित हुए जिले के इस पहले शिविर में हस्तिनापुर क्षेत्र की 14 ग्राम पंचायतों के निवासी अपनी – अपनी समस्यायें लेकर पहुँचे थे। इन ग्राम पंचायतों में हस्तिनापुर सहित डबका, आरोली, चकमेहरोली, फुसावली, भवनपुरा, किरावली, जखारा, बिल्हारा, टिहौली, टांकोली, बड़ेरा, चपरौली व मुख्तियारपुरा शामिल हैं।
कलेक्टर श्रीमती चौहान ने बड़ी आत्मीयता के साथ शिविर में समस्याओं के निराकरण की आस में पहुँचीं महिलाओं व ग्रामीणजनों की समस्यायें सुनीं। उन्होंने शिविर में अपनी मौजूदगी में 70 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के बुजुर्गों सहित अन्य पात्र लोगों के कुल मिलाकर 118 आयुष्मानकार्ड बनवाए। इसी तरह कृषि विभाग की बीज ग्राम योजना के तहत 50 किसानों को 50 क्विंटल उन्नत बीज वितरित कराया। इसी तरह 50 किसानों के खेतों से मिट्टी के नमूने प्रयोगशाला में जाँच के लिए बुलवाए। मिट्टी की जांच के आधार पर किसानों को सलाह दी जायेगी कि उनके खेत में कौन-कौन से पोषक तत्वों की कमी है और कौन सी फसल में वे अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं। शिविर में पशुपालन विभाग की आचार्य विद्यासागर गोवर्धन डेयरी योजना व बकरी पालन योजना के तहत 56 किसानों को लाभान्वित कराने के लिये प्रकरण तैयार कराए गए।
हस्तिनापुर में लगे शिविर में बहुत से पात्र लोगों की खाद्यान्न के लिए पर्ची बनाई गई, आधारकार्ड बनाए गए और शिविर में मौजूद लीड बैंक अधिकारी व उनकी टीम ने ई-केवायसी व डीबीटी का कार्य कराया। इसी तरह फॉर्मर आईडी, पात्र परिवारों को बीपीएल सूची में शामिल करने व प्रधानमंत्री आवास योजना में नाम जोड़ने का काम भी किया गया।
एसडीएम ग्वालियर ग्रामीण श्री सूर्यकांत त्रिपाठी एवं विभिन्न विभागों के जिला व खण्ड स्तरीय अधिकारियों ने शुक्रवार को दोपहर से लेकर देर शाम तक शिविर में मौजूद रहकर लोगों की समस्याओं का निराकरण किया। समस्याओं के निराकरण के लिये शिविर में विभागवार अलग-अलग काउण्टर बनाए गए थे। साथ ही आवेदनों को पंजीबद्ध करने के लिये अलग से एक डेस्क स्थापित की गई थी।
बस्ती के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन हटेगी
हस्तिनापुर निवासी कृपाराम एवं उनके पड़ोसी अन्य लोगों की बहुत बड़ी समस्या के समाधान का जरिया यह शिविर बना है। कृपाराम ने कलेक्टर श्रीमती चौहान को अपनी व्यथा सुनाते हुए गुहार लगाई थी कि उनके घर के ऊपर से बिजली की हाईटेंशन लाइन गुजर रही है, जिससे मुझे और मेरे पड़ोसियों को हमेशा खतरा बना रहता है। कलेक्टर श्रीमती चौहान ने शिविर में मौजूद विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों को इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान करने के निर्देश दिए। विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों ने कहा कि कल ही इसका सर्वे कर मकानों के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन को शिफ्ट करने के लिये कार्रवाई आगे बढ़ाई जायेगी।
पढ़े-लिखे दिव्यांग युवक अब फर्राटे के साथ अपने काम पर जा सकेंगे
बड़ी उम्मीद के साथ शिविर में पहुँचे आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के पढ़े-लिखे दिव्यांग युवक दिनेश कुमार को भी शिविर में बड़ी राहत मिली। हस्तिनापुर निवासी दिनेश कुमार ने जब कलेक्टर श्रीमती चौहान को बताया कि यदि मोटराईज्ड ट्राइस्किल मिल जाए तो मैं अपना काम-धंधा अच्छे ढंग से कर सकूँगा। कलेक्टर श्रीमती चौहान ने उनकी इस मांग को सहर्ष स्वीकार कर लिया और कहा कि आपको सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण विभाग से जल्द ही मोटराइज्ड ट्राइस्किल दिला दी जायेगी।