Saturday, January 11, 2025

हरसी मुख्य नहर एवं हरसी उच्च स्तरीय नहर से 21 नवंबर को छोडा जायेगा पानी

ग्वालियर शहर को वर्तमान में एक दिन छोडकर व मई-जून में प्रतिदिन पेयजल आपूर्ति का निर्णय, जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक में सिंचाई व शहर की पेयजल आपूर्ति को लेकर हुए निर्णय हरसी से एक पलेवा व दो सिंचाई व हरसी हाईलेवल से एक पलेवा व एक सिंचाई के लिए मिलेगा पानी

ग्वालियर : हरसी कमांड क्षेत्र के आखिरी छोर पर स्थित गांवों में रबी मौसम के पलेवा के लिए हरसी मुख्य नहर एवं हरसी उच्च स्तरीय नहर 21 नवंबर को खोली जाएगी। इस साल के रबी मौसम में हरसी मुख्य नहर से एक पलेवा व दो सिंचाई एवं हरसी उच्च स्तरीय नहर से एक पलेवा व एक सिंचाई के लिए जिले के किसानों को पानी मिलेगा। इस आशय का निर्णय कलेक्टर श्रीमती रूचिका चौहान की अध्यक्षता में आयोजित हुई जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक में जिले के हरसी तथा अन्य जलाशयों में उपलब्ध पानी की समीथा के बाद लिया गया। बैठक में स्पष्ट किया गया कि रबी की सिंचाई के लिए अतिरिक्त पानी मढ़ीखेड़ा से उपलब्ध होने पर ही दिया जा सकेगा। 

 

सोमवार को कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित हुई जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक में तिघरा से ग्वालियर शहर की पेयजल आपूर्ति सुचारू बनाए रखने के लिए भी बैठक में अहम निर्णय लिया गया। नगर निगम के प्रस्ताव के आधार पर वर्तमान में पानी की कम मांग को ध्यानमें रखकर एक दिन छोड़कर पानी की सप्लाई करने एवं गर्मी के मौसम में जब पानी की अधिक मांग हो तब मई व जून के महीने में प्रतिदिन शहर को पेयजल आपूर्ति करने का निर्णय बैठक में हुआ है।

बैठक में भितरवार विधायक मोहन सिंह राठौर वर्चुअल शामिल हुए। यहां कलेक्ट्रेट के सभागार में विधायक डबरा सुरेश राजे व सांसद प्रतिनिधि डॉ. विजय दुबे सहित समिति के अन्य सदस्यगण तथा जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक कुमार, अधीक्षण यंत्री जल संसाधन राजेश चतुर्वेदी, कार्यपालन यंत्री जल संसाधन पंकज सेंगर व अग्निवेश, उप संचालक कृषि आर.एस. शाक्यवार एवं अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

कलेक्टर श्रीमती रूचिका चौहान ने बैठक में मौजूद जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि हरसी मुख्य नहर एवं हरसी उच्च स्तरीय नहर खोलने से पहले यह सुनिश्चित करें कि हरसी के उपरी इलाकों में जहां धान की कटाई चल रही है। वहां पर नहर के पानी के रिसाव की बजह से धान फसल को नुकसान ना पहुंचे। उन्होंने कहा इसके लिए जहां जरूरत हो वहां नहर की मरम्मत करायें। इस काम में ढिलाई न हो। कलेक्टर ने फोटोग्राफ सहित नहरों की मरम्मत की जानकारी मांगी है।

गाइड लाइन के अनुसार ही नहर में मोटर से पानी निकालने की अनुमति दें

कलेक्टर श्रीमती रूचिका चौहान ने जोर देकर कहा कि नहरों में पानी छोडने के बाद किसान सिंचाई पंप से गाइड लाइन के अनुसार ही पानी लें इसकी विशेष निगरानी रखी जाए। बैठक में जानकारी दी गई कि चलती नहर से किसानों को पांच हार्सपॉवर की मोटर से अपने खेतों के लिए पानी लेने की अनुमति रहती है। कलेक्टर श्रीमती चौहान ने जलसंसाधन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस गाइड लाइन का पालन करायें और जो किसान प्रावधानों का उल्लंघन कर अधिक हॉर्सपॉवर की मोटर लगाकर आगे के लिए पानी जाने में बाधा डालें उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।

बैठक में महत्वपूर्ण सुझाव भी आए

ग्वालियर शहर की दीर्घकालिक पेयजल आपूर्ति के लिए बैठक में महत्वपूर्ण सुझाव भी सामने आए। सदस्यों का कहना था कि ककैटो-पहसारी से पाइप लाइन विछाकर तिघरा जलाशय को भरने के लिए पूर्व में बनाई गई डीपीआर के काम को आगे बढाया जाए, इससे ग्वालियर की दीर्घकाल तक पेयजल आपूर्ति हो सकेगी। कलेक्टर श्रीमती चौहान ने नगर निगम के माध्यम से इस कार्य को आगे बढ़ाने की बात कही। सांक-नून नहर के छतिग्रस्त होने की ओर विधायक श्री मोहन राठौर द्वारा ध्यान आकर्षित किये जाने पर कलेक्टर श्रीमती चौहान ने जलसंसाधान विभाग के अधिकारियों को मौके पर जाकर नहर की मरम्मत कराने और पालन प्रतिवेदन भेजने के निर्देश दिए। इसी तरह वीरपुर बांध, मामा का बांध व अन्य जलाशयों के मुख्य गेट से पानी के रिसाव को रोकने के लिए ठोस कार्यवाही करने के लिए जलसंसाधन विभाग के अधिकारियों से कहा गया।

जिले के बांधों व जलाशयों में यह है पानी की स्थिति

जिला जलपयोगिता समिति की बैठक में जानकारी दी गई कि इस साल हुई अच्छी बारिश की वजह से जिले के बांधों व जलाशयों में पानी की अच्छी स्थिति है। हरसी जलाशय का वर्तमान जल स्तर 264.47 मी. एवं उपयोगी जल भराव की मात्रा 173.38 मि.घ.मी. है। इस प्रकार हरसी जलाशय वर्तमान लगभग 92.88 प्रतिशत भरा है। इसी तरह मड़ीखेड़ा बांध का वर्तमान जल स्तर 345.15 मी. एवं उपयोगी जल भराव की मात्रा 768.84 मि.घ.मी. है। मोहनी पिकअप वियर का वर्तमान जल स्तर 275.30 मी. एवं उपयोगी जल भराव की मात्रा 85.30 मि.घ.मी. है।

 

तिघरा जलाशय का वर्तमान जल स्तर 224.96 मी. एवं उपयोगी जल भराव की मात्रा 108.75 मि.घ.मी. है। इस प्रकार तिघरा जलाशय वर्तमान में 90.73 प्रतिशत भरा है। टेकनपुरी जलाशय का वर्तमान जल स्तर 228.24 मी. एवं उपयोगी जल भराव की मात्रा 7.47 मि.घ.मी. है। इस जलाशय का 48 एम.सी.एफ.टी. पानी बीएसएफ अकादमी टेकनपुर के लिए आरक्षित किया गया है। इसके अलावा अपरककेटो का वर्तमान जल स्तर 369.85 मी. एवं उपयोगी जल भराव की मात्रा 50.21 मि.घ.मी. है। ककेटो जलाशय का वर्तमान जल स्तर 342.53 मी. एवं उपयोगी जल भराव की मात्रा 78.70 मि.घ.मी. है। पेहसारी जलाशय का वर्तमान जल स्तर 332.99 मी. एवं उपयोगी जल भराव की मात्रा 39.44 मि.घ.मी. है। रमौआ जलाशय का वर्तमान जल स्तर 223.57 मी. एवं उपयोगी जल भराव की मात्रा 6.70 मि.घ.मी. है। इस प्रकार रमौआ जलाशय वर्तमान लगभग 52.34 प्रतिशत भरा है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Latest Articles

error: Content is protected !!