ग्वालियर। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राज्यसभा सांसद खेल महोत्सव का शनिवार को शुभारंभ किया। इस खेल प्रतियोगिता में खोखो, कबड्डी, वॉलीबॉल, रस्साकस्सी, सितोलिया, गोला फेंक, लंबी कूद जैसे बुनियादी खेल शामिल किए गए हैं।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि इस प्रतियोगिता का मकसद हमारे शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के खिलाड़ियों को एक प्लेटफार्म देना है। जहां पर प्रतियोगी अपनी खेल प्रतिभा को निखार सकते हैं।
उन्होंने कहा कि खेलो इंडिया सहित अन्य स्पर्धाओं में यहां उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को मौका भी मिलेगा। उन्होंने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त करने के बाद उनके खेल का आनंद भी उठाया और खुद भी सितोलिया खेली। उन्होंने कहा कि पहले अंतर्राष्ट्रीय खेलों में भारत के पदक 100 अंकों के भीतर रह जाते थे जबकि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा खेलोें पर विशेष ध्यान देने के बाद अब पदकों की संख्या 100 से ऊपर पहुंच गई है।
आडवाणी जी का जीवन भारत माता की सेवा का जीवन रहा
लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने का सवाल पूछे जाने पर सिंधिया ने कहा कि आडवाणी जी का जीवन संघर्ष का जीवन रहा है। उनका जीवन भारत माता की सेवा का जीवन रहा है। वे हम सबके सर्वमान्य और सर्वश्रेष्ठ हैं। आज मन में खुशी और उमंग है कि उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया है। सरकार को और प्रधानमंत्री जी को मैं दिल की गहराइयों से धन्यवाद देना चाहता हूं।
पत्रकारों द्वारा राहुल गांधी की न्याय यात्रा पर पूछे गए सवाल पर सिंधिया ने कहा- मैं तो सदैव कहता हूं कि उनका स्वागत है। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन में घमासान क्या हो रहा है आप देख ही रहे हैं। जहां-जहां यात्रा जा रही है, वहां-वहां भांडाफोड हो रहा है!
वहीं उन्होंने भंवरपुरा गैंगरेप मामले पर सख्त टिप्पणी करते हुए कठोर कार्यवाही करने की बात कही है। सिंधिया ने कहा, मैंने स्पष्ट रूप से कहा है,जिन्होंने घिनौना कृत्य किया है, उनके विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। जो लोग ऐसा करने की सोचें तो उन्हें ऐसा दंड दिया जाना चाहिए,कि कोई भी व्यक्ति ऐसा करने की सौ बार नहीं करोड़ों बार सोचे।