ग्वालियर। बाल संरक्षण गृह से फरार छात्रा अक्षया यादव हत्याकांड का बाल अपचारी उत्तर प्रदेश में अपने नाना के घर आराम से मजे कर रहा था, लेकिन बाल अपचारी की ये मौज-मस्ती उस वक्त खत्म हो गई, जब ग्वालियर की क्राइम ब्रांच पुलिस ने बाल अपचारी के नाना के घर दबिश देकर उसे पकड़ लिया। वहीं एक अन्य मामले में लिप्त बाल अपचारी को पुलिस ने गोल पहाड़िया से पकड़ लिया है।
गौरतलब है कि 25 जनवरी को थाटीपुर स्थित बाल संप्रेषण गृह से कुल 6 बाल अपचारी फरार हो गए थे। इनमें से एक बाल अपचारी को उसके परिजनों ने समझाइश दी, जिसके बाद वह वापस बाल संप्रेषण गृह पहुंच गया था। फरार हुए दूसरे बाल अपचारी को पुलिस ने इंदौर से गिरफ्तार किया था। यह बाल अपचारी अपनी गर्लफ्रेंड के साथ इंदौर में जाकर छुप गया था। पुलिस का मुख्य टारगेट अक्षया यादव हत्याकांड के तीन बाल अपचारी थे, जिनकी तलाश पुलिस सरगर्मी से कर रही थी। बीते रोज पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि अक्षया यादव हत्याकांड का एक अपचारी उत्तर प्रदेश में स्थित मदनपुरा पचोखरा गांव में अपने नाना के घर रह रहा है।
यह जानकारी मिलते ही ग्वालियर क्राइम ब्रांच की एक टीम मदनपुरा पचोखरा गांव पहुंच गई। टीम ने बाल अपचारी के नाना के घर दबिश देकर उसे पकड़ लिया। पुलिस को अक्षया यादव हत्याकांड के मामले में फरार चल रहे दो अन्य बाल अपचारियों की तलाश है। बीते साल 10 जुलाई को बेटी बचाओ चौराहे पर अक्षया यादव नाम की छात्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसी मामले में तीन बाल अपचारी बाल संप्रेषण गृह में कैद थे। अक्षया यादव मध्य प्रदेश के पूर्व डीजीपी सुरेंद्र यादव की नातिन थी। पुलिस ने एक बाल अपचारी को गिरफ्तार करके राहत की सांस ली है।