ग्वालियर। शहर में सर्दी का कहर जारी है। गुरूवार को कोल्ड डे रहा। कोहरा छाया रहा। दिनभर सर्द हवा चलीं। वहीं शुक्रवार को भी सुबह 9 बजे तक शहर कोहरे के आगोश में रहा। इसकेे बाद कोहरा तो छंट गया लेकिन सूरज के दर्शन नहीं हुए। लोग गर्म कपड़ों से लदे रहे लेकिन इसके बावजूद सर्द हवा ठिठुरा रही है।
यदि प्रदेश की बात की जाए तो प्रदेश में गुरूवार को दतिया सबसे सर्द रहा। दतिया में दिन का पारा 12 डिग्री सेल्सियस तो न्यूनतम तापमान 5.6 डिग्री रहा। वहीं ग्वालियर में अधिकतम तापमान 14.7 डिग्री और न्यूनतम तापमान 6.7 डिग्री सेल्सियस रहा था। मौसम विभाग ने अभी दो दिन ऐसा ही सर्द मौसम रहने की संभावना जताई है। मौसम विभाग के मुताबिक उत्तम पश्चिम यूपी और राजस्थान में बने सिस्टम तथा उत्तर पूर्वी हवाओं के कारण नमी बढ़ गई है, इस कारण कड़ाके की गलन वाली ठंड पड़ रही है।
शुक्रवार को सुबह से ही शहर कोहरे के आगोश में रहा। करीब 9 बजे कोहरा तो छंटा लेकिन सूर्यदेवता ने दर्शन नहीं दिए। सुबह 11.30 तक तापमान 8.8 डिग्री सेल्सियस रहा। सर्द हवा चलती रही। लोग सर्दी से बचने के लिए गर्म कपड़ों से लदे रहे। वहीं जगह-जगह लोग अलाव तापते नजर आए। सर्दी का असर ऐसा रहा कि दोपहिया वाहन सवारों को ग्लब्स पहनने के बाद भी हथेलियों में गलन महसूस होती रही।
फ्लाइट, ट्रेनें हो रहीं लेट
कोहरे का सर्वाधिक असर फ्लाइट और ट्रेनों की रफ्तार पर पड़ रहा है। गुरूवार को एयर इंडिया की बेंगलुरू से आने वाली फ्लाइट छह घंटे देरी से दोपहर 1.45 बजे ग्वालियर आई। वहीं दिल्ली से आने वाली फ्लाइट भी दोपहर 3.25 बजे की जगह शाम 5 .25 पर आई। इधर, कोहरे ने ट्रेनों की रफ्तार पर भी ब्रेक लगा दिया है। दिल्ली से आने वाली छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस, हीराकुंड, वंदेभारत एक्सप्रेस, उत्कल एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस सहित दिल्ली की ओर जाने वाली पंजाब मेल, तेलांगना, शताब्दी और वंदेभारत एक्सप्रेस भी अपने निर्धारित समय से कई घंटे देरी से ग्वालियर पहुंची। ट्रेनों की लेट लतीफी के कारण यात्री घंटों प्लेटफार्म पर बैठकर इंतजार करने को मजबूर हैं, इससे उनका समय और पैसा खर्च हो रहा है।
स्कूलों का समय बदला
हाड़ कंपाने वाली सर्दी और कोहरे को देखते हुए मप्र शासन के स्कूल शिक्षा विभाग ने एक बार फिर ग्वालियर-चंबल संभाग के सभी शासकीय व अशासकीय स्कूलों के संचालन का समय बदला है। अब ग्वालियर चंबल संभाग के सभी स्कूल सुबह 11 बजे से पहले संचालित नहीं किए जाएंगे। हालांकि समय परिवर्तन का यह आदेश प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टर्स और जिला शिक्षा अधिकारी को दिए गए हैं। लेकिन अन्य जिलों के कलेक्टर्स से कहा गया है कि वे अपने जिले के मौसम की प्रतिकूलता को देखते हुए स्कूलों के समय परिवर्तन का निर्णय ले सकते हैं।
उधर, ग्वालियर-चंबल संभाग में भले ही स्कूलों का समय 11 बजे से किया गया है लेकिन ठंड के कहर को देखते हुए अभिभावक स्कूलों की कुछ दिनों के लिए छुट्टी करने की मांग भी कर रहे हैं।