कलेक्टर श्रीमती चौहान ने कहा कि विश्व संगीत समागम तानसेन समारोह में प्रस्तुति देने आ रहे ब्रम्हनाद के शीर्षस्थ साधकों के लिये अनुकूल वातावरण तैयार करने एवं शहरवासियों में शताब्दी तानसेन समारोह के प्रति जागरूक करने के लिये जिला प्रशासन, राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय एवं शास्त्रीय संगीत के स्थानीय कलाकारों के सहयोग से इन कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की गई है।
मंगलवार को स्मार्ट सिटी कार्यालय में आयोजित हुई बैठक में स्मार्ट सिटी की सीईओ श्रीमती नीतू माथुर, वरिष्ठ रंगकर्मी श्री अशोक आनंद, डॉ. मनीष करवड़े एवं श्री शिशिर श्रीवास्तव सहित इन कार्यक्रमों के आयोजन से जुड़े अन्य संबंधित अधिकारी व कलाकार मौजूद थे।
कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने शहर के कला रसिकों से इन पूर्व रंग कार्यक्रमों का आनंद लेने और ब्रम्हनाद के साधकों का उत्साहवर्धन करने की अपील की है।
आईआईटीटीएम में 6 दिसम्बर को सजेगी “ग्वालियर का सांगीतिक वैभव” सभा
तानसेन समारोह के पूर्व रंग कार्यक्रमों की श्रृंखला में 6 दिसम्बर को सायंकाल 5 बजे भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन संस्थान के ऑडिटोरियम में “ग्वालियर का सांगीतिक वैभव” के नाम से संगीत सभा सजेगी। इस कार्यक्रम की संकल्पना राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय की कुलगुरु प्रो. इस्मिता सहस्त्रबुद्धे की है। यह आयोजन ग्वालियर की समृद्ध संगीत विरासत की उत्पत्ति की सम्पूर्ण यात्रा पर केन्द्रित होगा। जिसमें ध्रुपद व ख्याल गायन के साथ लोक गायन की प्रस्तुति भी होगी। कार्यक्रम में राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय के आचार्य व विद्यार्थी प्रस्तुतियां देंगे।
शहर के हृदय स्थल महाराज बाड़ा पर होगा “गालव वाद्यवृंद-सुर ताल समागम”
पूर्व रंग कार्यक्रम की विशिष्ट संगीत सभा “गालव वाद्यवृंद – सुर ताल समागम” 10 दिसम्बर को शहर के हृदय स्थल महाराज बाड़े पर सायंकाल 5.30 बजे सजेगी। इस सभा में ग्वालियर घराने के मूर्धन्य संगीत साधक पं. उमेश कम्पूवाले और सुविख्यात ध्रुपद गुरू श्री अभिजीत सुखदाड़े का ध्रुपद गायन होगा। साथ ही डॉ. पारूल बांदिल द्वारा भक्ति गीत प्रस्तुत किए जायेंगे। इस आयोजन में पाश्चात्य एवं भारतीय वाद्यों की जुगलबंदी से सुरों का उत्सव साकार होगा। दिसम्बर की सर्द सांझ सुरों का संपर्क पाकर शहर की फिजाओं में गर्माहट घोलेगी। तानसेन समारोह के इतिहास में यह पहला अवसर है, जब सुरों की नगरी ग्वालियर में समारोह से पहले स्थानीय कलाकारों के सहयोग से संगीत महफिलें सज रही हैं।