Monday, December 23, 2024

“तानसेन संगीत समारोह-2024 भारतीय शास्त्रीय संगीत व पाश्चात्य संगीत की अद्भुत जुगलबंदी से साकार होगा सुरों का उत्सव

शहर के हृदय स्थल महाराज बाड़ा पर 10 दिसम्बर को होगा “गालव वाद्यवृंद-सुर ताल समागम”

पं. उमेश कम्पूवाले की ख्याल गायकी व अभिजीत सुखदाणे का होगा ध्रुपद गायन

तानसेन समारोह के मंगलाचरण स्परूप “तानसेन स्वर स्मृति” के तहत होंगी यह प्रस्तुतियाँ

 

इस सभा में ग्वालियर घराने के मूर्धन्य संगीत साधक पं. उमेश कम्पूवाले और सुविख्यात ध्रुपद गुरू अभिजीत सुखदाड़े का ध्रुपद गायन तो होगी ही। साथ ही सुविख्यात सितार वादक पं. भरत नायक के निर्देशन में पाश्चात्य एवं भारतीय वाद्यों की जुगलबंदी से सुरों का उत्सव साकार होगा। इस अवसर पर डॉ. पारूल बांदिल द्वारा भक्ति गीत प्रस्तुत किए जायेंगे।

 

तानसेन समारोह के इतिहास में यह पहला अवसर है, जब सुरों की नगरी ग्वालियर में समारोह से पहले स्थानीय कलाकारों के सहयोग से संगीत महफिलें सज रही हैं। कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान की पहल पर “तानसेन स्वर स्मृति” के रूप में इन विशिष्ट संगीत सभाओं का आयोजन हो रहा है। गत 6 दिसम्बर को आईआईटीटीएम में “ग्वालियर का सांगीतिक वैभव” के रूप में अनूठी संगीत सभा सजी थी। जिसे संगीत मर्मज्ञों की बड़ी सराहना मिली है।

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