Thursday, January 30, 2025

राम किसी संप्रदाय, वर्ण या जाति में बंधे हुए नहीं

ग्वालियर। मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी गौशाला आदर्श गौशाला, लाल टिपारा मुरार में चल रही श्री राम कथा के द्वितीय दिवस में स्वामी प्रेमानंद जी ने भगवान श्री राम के निर्मल चरित्र का वर्णन किया और कहा राम जी किसी संप्रदाय,वर्ण या जाति में बंधे हुए नहीं है।

राम जी सभी के हैं।राम विग्रहवान धर्म हैं। जो सत्य को मानता है वह राम को मानता है, जो दया को मानता है वह राम को मानता है, जो परमार्थ को मानता है वह राम को मानता है।जो माता-पिता के लिए त्याग को मानता है वह राम को मानता है।राम पिता के लिए सुख का त्याग करने की प्रेरणा देते हैं श्री राम भाई के लिए राज्य का त्याग करने की प्रेरणा देते हैं राम प्रजा के हित के लिए पत्नी और बच्चों का भी त्याग करने की प्रेरणा देते हैं।

राम विग्रहवान धर्म है।श्री राम कथा के मुख्य वक्ता स्वयं महादेव शिव जी है।शिव का अर्थ होता है मंगलकारी । राम जी का चरित्र पढऩे और सुनने से हमारा चरित्र निर्मल बनता है। आज की कथा में मुख्य रूप से ग्वालियर पूर्व से पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल जी उपस्थित रहे इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हम सभी को अपना जन्मदिन,वैवाहिक वर्षगांठ इत्यादि कार्यक्रम को इस गोधाम रूपी गौशाला में आकर मनाना चाहिए जिससे हमारे परिवार में सुख समृद्धि की प्राप्ति होगी

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