ग्वालियर। पूजा की तांत्रिक परंपरा के अनुसार और ध्यान के द्वारा श्री मां और स्वामी जी पूजा की विधि और उसका अर्थ सिखाते है ग्वालियर के कदम साहब के बाडा में आयोजित यज्ञ और पूजा कार्यक्रम में स्वामी जी और श्री मां आए हुए है। उनसे हुई मुलाकात मुलाकात में उन्होंने बताया कि प्यार, आदर, पूजा, सेवा और ध्यान पूर्वक काम करने से हमारा जीवन अधिक उपयोगी बनता है।
स्वामी सत्यानंद सरस्वती के साथ श्री मां ने पूजा विधि और उसका अर्थ सीखा अब इसी कार्य को वह देश और विदेश में अपने साधकों और भक्तों को सीखा रहे हैं। स्वामी जी ने पूछने पर बताया कि प्रत्येक भक्त का घर उनका आश्रम है। उन्होंने बताया कि गुरु को आदर देने के लिए शिक्षा की ओर ध्यान देना चाहिए शिष्य गुरु का उचित सम्मान उनकी शिक्षा के अनुसार जीकर देता है। गुरु के उदाहरण का अनुसरण ऐसे करना है कि यह पता ना लगे कि कौन गुरु है कौन शिष्य। उन्होंने बताया कि ध्यान को केंद्रित करने का अभ्यास साधना कहलाता है।
जब स्वामी जी से पूछा गया कि आप भी कोई सामाजिक उद्देश्य जैसे की गौशाला वृद्ध आश्रम अस्पताल आदि का निर्माण करना चाहते हैं तो स्वामी जी ने कहा नहीं मेरा काम सिर्फ मां की पूजा करना और धर्म का प्रचार करना है जो मैं कर रहा हूं वही करूंगा। 7 दिनों तक ग्वालियर में यज्ञ और पूजा करने के बाद ग्वालियर से अगले स्थान पर जाने से पहले उन्होंने ग्वालियर के अपने साधक कदम परिवार की भी सराहना की। और फिर से आने का वादा भी किया।
कदम परिवार के सदस्य विरुपाक्ष कदम ने बताया कि पिछले 24 सालों से स्वामी जी और श्री मां के संपर्क में आने के बाद उनके जीवन में काफी बदलाव आए हैं और उनका जीवन सकारात्मक के साथ आगे बढ़ रहा है। उनसे घर पर पूजा कराने के बाद पूरे घर में उत्साह और आनंद का आलम है। जब उनसे यह पूछा कि आप मराठा है और स्वामी जी विदेश से आए हुए हैं जबकि श्री मां बंगाली है आपने उनसे पूजा कराई यह तालमेल सामंजस्य से कैसे बना विरुपाक्ष कदम ने कहा कि ईश्वर की पूजा में कोई समाज और परिवार रुकावट नहीं बनता।
श्री मां और स्वामी जी के सामने हुआ अद्भुत शंखनाद
ग्वालियर के मशहूर शंख वादक विक्रम राणा ने कदम साहब के बारे में आयोजित पूजा यज्ञ कार्यक्रम में श्री मां और स्वामी जी के सामने अपने अद्भुत शंखनाद के द्वारा श्री मां और स्वामी जी का मन मोह लिया और उन्होंने उन्हें सॉल उड़ाकर सम्मानित किया।
श्री मां एवं स्वामी जी द्वारा किए गए हवन, यज्ञ एवं पूजन कार्यक्रम में प्रद्युम्न कदम, विरुपाक्ष कदम,संग्राम कदम, इंद्रोजी कदम एवं समस्त कदम परिवार के साथ जितेंद्र बघेल विकी शर्मा,प्रदीप पवार, सयाजी कदम, इंद्रजीत कदम, सुधीर ज्यूरकर, वरुण सक्सेना,आनंद राव पंवार (डी जी पी), बालेंदु शुक्ला जीनिशांत सिंह जादौन, विवान सुरंगे,शिवम् श्रोतरीय,उदित सुनील,स्वामी जी,श्री मां के साथ आए हुए प्रशांत शिम्पी,पल्लवी सेन गुप्ता और मराठा समाज के प्रतिष्ठित गणमान्यजन मौजूद रहे ।