ग्वालियर। संत आसाराम बापू द्वारा प्रेरित महिला उत्थान मंडल ग्वालियर की साधक वीरांगनाओं ने आसाराम को समुचित उपचार और शीघ्र रिहाई की मांग को लेकर राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया कि 87 वर्षीय वयोवृद्ध संत आसाराम बापू को विगत 11वर्षों से जोधपुर जेल में बंद रखा गया है। उन्हें न तो एक दिन की पैरोल दी गई न ही जमानत। इस अन्याय का देशभर में लाखों भक्तों द्वारा सड़कों पर उतर कर शांतिपूर्वक संस्कृति रक्षा यात्राएं, मौन जुलूस, धरने प्रदर्शन कर बापू की रिहाई की पुरजोर मांग की जा रही है। लेकिन बापू के गंभीर स्वास्थ्य की हालत को देखते हुए भी नहीं बाहर आने देना घृणित षड्यंत्र का संकेत है। आक्रोशित भक्तों ने आव्हान किया वे अब चुप नहीं बैठेंगे और आखिरी सांस तक बापू की रिहाई को लेकर संघर्ष जारी रहेगा।
यात्रा में शामिल होकर राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने वालों में महिला उत्थान मंडल अध्यक्ष कल्पना शर्मा, गीता भार्गव, पूजा चितोरिया, उर्मिला सोनी, कविता, बबिता जसेजा, कुसुम चंदेल, सरोज शर्मा, उपमा भटनागर, आशा शर्मा, सलोनी रामानी, अनिता नागपाल, मुन्नी राठौर, संतोष सिंह, शोभा राजावत, कौशल्या रायकवार, अंजू नागपाल, पुष्पा पाठक, पुष्पा पाल समेत सहयोगी संगठन श्री योग वेदांत सेवा समिति युवा सेवा संघ के बैनर तले भारी संख्या में श्रद्धालु भक्त गण शामिल रहे। यह जानकारी मीडिया प्रभारी बलबीर सिंह परमार ने प्रेस को जारी विज्ञप्ति में दी।