मुरैना : दिव्यांग बच्चों की मदद करना सम्पूर्ण समाज का नैतिक दायित्व है। दिव्यांगों से यदि हम पूरी आत्मीयता से जुड़ेंगे तो अन्य लोग भी उनकी मदद के लिये प्रेरित होंगे। दिव्यांगों के कल्याण से संबंधित हर पहल में सरकार से हर संभव मदद दिलाई जायेगी। दिव्यांगों की सेवा मतलब नर सेवा ही नारायण सेवा है। यह बात जिला पंचायत की अध्यक्षा श्रीमती आरती गुर्जर ने मंगलवार को विश्व दिव्यांग दिवस पर खेलकूद एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिता के उद्घाटन पर डीडीआरसी केन्द्र के परिसर में कही।
कार्यक्रम की अध्यक्षता समाजसेवी लक्ष्मी नारायण हर्षाना ने की। इस अवसर पर उप संचालक सामाजिक न्याय एवं डिप्टी कलेक्टर श्रीमती प्रतिज्ञा शर्मा, मनीष शर्मा सहित बड़ी संख्या में दिव्यांग बच्चे एवं अभिभावक उपस्थित थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुये जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती आरती गुर्जर ने कहा कि कहा कि दिव्यांग बच्चों को विभिन्न प्रकार के सहायक उपकरण और कृत्रिम अंग उपकरण प्रदान करने के लिये वृहद स्तर पर शिविर लगाये जाते है, शिविरों में दिव्यांगजन भाग लें और शासन की योजनाओं का भरपूर लाभ उठायें।
उन्होंने कहा कि दिव्यांगों के सहयोग के लिये सरकार हर संभव मदद कर रही है। फिर भी लोग आकर उन्हें सहयोग करें। समाजसेवी श्री लक्ष्मी नारायण हर्षाना ने दिव्यांगों के कल्याण के लिये सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि दिव्यांगों के द्वारा पिछले जन्म में कोई विसंगती की होगी, तब उन्हें इस जन्म में दिव्यांगता मिली। इस जन्म में ऐसी कोई गलती भूलकर नहीं करना, जो पुनः अगले जन्म में भुगतना पड़े। विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर दिव्यांग बच्चों के ड्रांस प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें श्याम सिकरवार, आदित्य राठौर, राखी, विनय, गोलू और सुनील ने भाग लिया। इसके बाद चित्रकला प्रतियोगिता, दिव्यांग नींबू रेस, ट्रायस्किल रेस, चेयर रेस, मटकी फोड़ तथा मानसिक दिव्यांग बच्चों के लिये बाची खेल प्रतियोगिता हुईं, जिसमें दिव्यांग बच्चों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। कार्यक्रम के अंत में विजयी प्रतिभागियों को मुख्य अतिथि द्वारा पुरस्कृत भी किया गया। कार्यक्रम में कार्तिक पुत्र हाकिम, आदित्य पुत्र नीरज, पीयूष पुत्र मूलचन्द, राखी पुत्री सतीश, सुनील पुत्र हरी सेमिल और श्याम पुत्र राजेश सिकरवार को श्रवण यंत्र प्रदाय किये गये।