Monday, December 23, 2024

देश का सर्वेश्रेष्ठ फिल्म अनुकूल राज्य है मध्यप्रदेश : प्रमुख सचिव शुक्ला

गोवा में चल रहे भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में म.प्र. टूरिज्म बोर्ड का नॉलेज सेशन प्रमुख सचिव श्री शुक्ला बोले- फिल्म टूरिज्म पॉलिसी 2.0 जल्द कई फिल्मकारों ने प्रदेश में फिल्म शूटिंग के लिये दिखाई रूचि

भोपाल : मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा गोवा में चल रहे 55वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आई.एफ.एफ.आई) का गोवा में सहभागित कर प्रदेश में फिल्म शूटिंग संभावनाओं का प्रचार किया।

प्रमुख सचिव पर्यटन व संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव और टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक शिव शेखर शुक्ला व अपर प्रबंध संचालक सुश्री बिदिशा मुखर्जी द्वारा फिल्म निर्माता, निर्देशक, अभिनेता व उद्योग से जुड़े हितधारकों से चर्चा कर प्रदेश में फिल्म परियोजनाओं की शूटिंग हेतु आंमत्रीत किया। 

फिल्म महोत्सव के दौरान टूरिज्म बोर्ड द्वारा गुरुवार को एक नॉलेज सेशन आयोजित किया। ‘लाइट्स, कैमरा, सहयोग: मध्यप्रदेश में फिल्मांकन के लिए सरकार और उद्योग साझेदारी’ श्रृंखला में प्रमुख सचिव श्री शिव शेखर शुक्ला सहित फिल्म निर्देशक अमर कौशिक, आमिर खान प्रोडक्शंस की सीईओ सुश्री अपर्णा पुरोहित,अभिनेता  अभिषेक बनर्जी,अभिनेता सुश्री नितांशी गोयल, अभिनेता स्पर्श श्रीवास्तव और अभिनेता-निर्माता सुश्री वाणी टीकू त्रिपाठी ने अपने विचार व्यक्त किये। इस दौरान प्रमुख सचिव श्री शुक्ला ने प्रदेश में फिल्म शूटिंग को प्रोत्साहित करने और राज्य को एक प्रमुख फिल्म निर्माण गंतव्य के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य से म.प्र. फिल्म टूरिज्म पॉलिसी के विभिन्न बिंदुओं से अवगत कराया। 

प्रमुख सचिव श्री शुक्ला ने कहा, “मध्य प्रदेश को 2017 और 2020 के लिये दो बार फिल्म अनुकूल राज्य का राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने पर गर्व है। प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, जीवंत वन्य जीवन और पवित्र आध्यात्मिक स्थलों से राज्य के विविध स्थान एक प्राकृतिक फिल्म सेट का रूप देते है। उन्होंने हाल ही में शूट की गई फिल्मों व वेब सीरिज (स्त्री-2, भूल भुलैया-3, लापता लेडीज, पंचायत, महारानी, गुल्लक आदि) के उदाहरण देकर राज्य की लोकप्रियता का उल्लेख किया। उन्होंने राज्य सरकार की ओर से फिल्म निर्माताओं को दी जाने वाली आर्थिक सहायता का विवरण दिया और शूटिंग की मंजूरी के लिए सिंगल-विंडो क्लीयरेंस जैसी सरल और पारदर्शी प्रक्रिया की जानकारी दी। श्री शुक्ला ने बताया कि, प्रदेश के ऐतिहासिक स्थलों, राष्ट्रीय उद्यानों, और ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंच आसान है। उक्त क्षेत्रों में सभी आवश्यक सुविधाएं जैसे बिजली, इंटरनेट, और परिवहन की व्यवस्था उपलब्ध है। शूटिंग के दौरान स्थानीय प्रशासन और समुदाय का पूर्ण सहयोग मिलता है। उन्होंने कहा कि, देश में फिल्म शूटिंग के लिए म.प्र. की पहचान “सस्ती और सुविधाजनक” गंतव्य के रूप में है। प्रमुख सचिव श्री शुक्ला ने फिल्म निर्माताओं से राज्य की लोकेशन पर फिल्म शूटिंग के लिए प्रस्ताव लाने का आग्रह किया और प्रशासन द्वारा शूटिंग में हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। नॉलेज सेशन में फिल्म निर्माताओं ने मध्य प्रदेश की फिल्म टूरिज्म पॉलिसी की सराहना की। कई प्रोडक्शन हाउस ने राज्य में भविष्य की परियोजनाओं के लिए रुचि दिखाई।

फिल्म टूरिज्म पॉलिसी 2.0 जल्द- प्रमुख सचिव श्री शुक्ला

सेशन में प्रमुख सचिव श्री शुक्ला ने जानकारी दी कि, देशभर के फिल्मकारों, फिल्म उद्योग से जुड़े विशेषज्ञों व हितग्राहियों से मिले सुझावों के आधार पर म.प्र. फिल्म टूरिज्म पॉलिसी में बदलाव किये जा रहे हैं। फिल्म टूरिज्म पॉलिसी 2.0 को जल्द जारी किया जाएगा। जो राज्य में फिल्म शूटिंग को और अधिक प्रोत्साहित करने के लिए तैयार की गई एक नवीन और समग्र नीति होगी। इसका उद्देश्य फिल्म निर्माताओं को अतिरिक्त सुविधाएं और प्रोत्साहन प्रदान करना है ताकि मध्यप्रदेश को भारत का शीर्ष फिल्म निर्माण स्थल बनाया जा सके। अंतर्राष्ट्रीय फिल्म निर्माताओं को आकर्षित करना, राज्य के अनछुए पर्यटन स्थलों को बढ़ावा देना, स्थानीय समुदाय और युवाओं को रोजगार के अवसर सृजित करने के लिये पॉलिसी में बदलाव किये जा रहे है।

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