ग्वालियर। देशभर में किसान आंदोलन चर्चाओं में बना हुआ है। वहीं ग्वालियर में किसानों का एक अनोखा प्रदर्शन देखने को मिला। जहां फूलों की खेती करने वाले सैकड़ों किसानों ने ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के सरकारी बंगले पर मुरझाए फूल चढ़ाए। बदले में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने उन्हें गरमा गरम चाय अपने हाथों से पिलाई और आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को पूरा किया जाएगा।
दरअसल, मध्यप्रदेश किसान सभा के बैनर तले ग्वालियर में फूलों की खेती करने वाले किसानों का प्रदर्शन हुआ। एक सैकड़ा से अधिक किसान ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के बंगले पर पहुंचे। प्रदर्शनकारी किसानों ने मंत्री के बंगले के बाहर ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया और अपने साथ लाए मुरझाए हुए फूलों को एक-एक कर ऊर्जा मंत्री के बंगले पर चढ़ाना शुरू कर दिया। इस अनोखे प्रदर्शन को लेकर किसानों का कहना था कि किसानों को फ्लैट रेट पर बिजली नहीं मिल रही है।
उनके कनेक्शन काटे जा रहे हैं जिसके चलते फूलों की खेती में पानी समय पर नहीं लग पा रहा है और फूल मुरझा रहे हैं। मुरझाए हुए फूल कभी मंडी में नहीं बिकते हैं लेकिन नेता मंत्रियों के काम जरूर आ जाते हैं। यही वजह है कि यह मुरझाए हुए फूल मंत्री जी को चढ़ाए हैं। इस अनोखे प्रदर्शन के जरिए उन्होंने मांग की है कि फूल मुरझा गए हैं लेकिन यदि सरकार ने समय पर ध्यान नहीं दिया तो किसानों के मासूम बच्चे लाचारी में सूख सकते हैं, मुरझा सकते हैं।
वही किसानों के प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर भी अपने सरकारी बंगले पर जा पहुंचे। उन्होंने किसान नेताओं से उनकी मांगों को लेकर चर्चा की और फिर मौके पर ही बिजली विभाग के अधिकारियों को बुलाया व आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस मौके पर पहले किसानों का अनोखा प्रदर्शन देखने मिला उसके बाद फिर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का अनोखा अंदाज देखने मिला। ऊर्जा मंत्री तोमर ने किसानों की परेशानी को सुनने के बाद उन्हें आश्वासन दिया कि उन्हें हर प्रकार से राहत प्रदान की जाएगी और फिर गरमा गरम चाय अपने हाथों से सर्व करते हुए उन्हें पिलाई।
ऊर्जा मंत्री तोमर का कहना है कि किसान हमारे अन्नदाता हैं, देश का भविष्य है, ऐसे में वह उनके मेहमान के रूप में दरवाजे पर आए थे और हमेशा अतिथियों का स्वागत किया जाता है। यही वजह है कि उन्हें अपने हाथ से गरमा गरम चाय पिलाई है और विश्वास दिलाया है कि जल्द ही उनकी सभी परेशानियों को दूर कर दिया जाएगा।
गौरतलब है कि ग्वालियर के यह प्रदर्शनकारी किसान फूलों की खेती करते हैं लेकिन लंबे वक्त से बिजली बिल का भुगतान न किए जाने के कारण बिजली कंपनी द्वारा उनके कनेक्शन काट दिए गए हैं। जिसके चलते फूलों की फसल में पानी नहीं लग पा रहा और फसल खराब हो रही है। ऊर्जा मंत्री द्वारा बिजली कंपनी के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि किसानों को फ्लैट रेट पर बिजली किस तरह से मिल सकती है इसका मसौदा तैयार किया जाए। साथ ही किसानों का आधा बिल जमा करके तत्काल कनेक्शन जोड़ने के निर्देश भी मंत्री ने दिए हैं।
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