ग्रेटर नोएडा के यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो पॉइंट से एक बार फिर किसान नेता हिरासत में लिए गए हैं. यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो पॉइंट से किसानों का धरना प्रशासन द्वारा खत्म कराया गया है. गौतमबुद्ध नगर में किसान आंदोलन ने फिर से लिया एक नया मोड़ लिया है, किसानों को धरना स्थल से पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. यह धरना भारतीय किसान यूनियन (भाकियू )द्वारा बुलाए गई महा पंचायत के बाद आयोजित किया गया था. किसान स्थानीय भूमि अधिग्रहण से जुड़े मुद्दों और मुआवजा की विसंगतियां और अपने अधिकारों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे.
वहीं किसानों के हिरासत में लेने के बाद धरना खत्म हो गया लेकिन देर रात 12:00 बजे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त निर्देश जारी किए हैं. सीएम योगी आदित्यनाथ ने साफ कहा कि अराजकता बर्दाश्त नहीं, दूसरी तरफ किसानों के हिरासत में लेने के बाद से किसानों में तनाव का माहौल है. भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता ने लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन बताते हुए कहा की लड़ाई जारी रहेगी, प्रशासन ने आंदोलन कर्ताओं से निपटने के लिए क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई है. गौतम बुद्ध नगर में किसानों और प्रशासन के बीच चल रहे गतिरोध से अब प्रदेश की राजनीति भी गरमा गई है.
इससे पहले बुधवार (4 दिसंबर) को नोएडा में दलित प्रेरणास्थल पर शांति भंग करने के लिए गिरफ्तार किये गये संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं को पुलिस ने शाम को रिहा कर दिया था. पुलिस ने मंगलवार शाम को करीब 160 लोगों की गिरफ्तार किया था, हालांकि कई बुजुर्ग, महिलाओं और बीमार लोगों को जेल के गेट से मुचलके पर ही छोड़ दिया गया था. वहीं किसान नेता राकेश टिकैत की अनुपस्थिति में उनके बेटे गौरव टिकैत ने महापंचायत को संबोधित किया था हालांकि राकेश टिकैत शाम को पुलिस को चकमा देकर पंचायत स्थल पर पहुंचने के लिए दौड़ते हुए यमुना एक्सप्रेसवे पर चढ़ गए.