sanjay bhardwaj
शहर मे आज से नाट्य उत्सव रंग अविराम 4 का आयोजन स्थानीय शहीद भवन मे हुआ जिसमे शहर की जाने माने रंगकर्मियों का सम्मान दुष्यंत कुमार सम्मान से सम्मानित कर किया गया, जिसमे रंगकमी कमल जैन, जैकी भावसार, बीसना चौहान, अनूप शर्मा और मुकेश जिग्यासी को सम्मानित किया गया ।
समारोह की शुरुआत नाटक आधे अधूरे से हुई, मोहन राकेश की लिखी इस कालजय कृति की प्रस्तुति भोपाल की जानी मानी संस्था अविराम जनकल्याण संस्था के कलाकारों ने दी और इसका निर्देशन भोपाल के वरिष्ठ रंगकर्मी सुनील राज ने किया था ।
नाटक आधे अधूरे रिश्तो की गहन शल्य क्रिया है ।
सावित्री अपने वैवाहिक रिश्तो से नखुश औरत है जो अपने बेहतर जीवन साथी की तलाश मे कई पुरुषों के छिनाव करती है जिस वजह से वो किसी भी रिश्ते मे पूर्णता नही पाती इस चुनाव मे अक्सर वो जीवन के चारो कौनो का चककर काट लेती है ।
महेन्द्र नाथ, जगमोहन, शिवजीत, सिंघनिया और जुनेजा उसके जीवन के हिस्सा बनते है पर सावित्री अपने जीवन मे सम्पूर्णता कही नही पाती ।
नाटक में सावित्री के चरित्र को आरती विश्वकर्मा ने इतनी शिद्दत से जीवित किया की दर्शक सावित्री से जुड़ जाते है वाही बेटी बिन्नी के किरदार को ओशीन श्रीवास्तव ने जीवित कर दिया बेटे अशोक के चरित्र को विभांशु खरे साकार कर गये वाही छोटी बेटी किन्नी के चरित्र को अन्नू अहिरवार ने पूरी ईमानदारी से जिया, महेन्द्र नाथ, सिंघानिया, जगमोहन और जुनेजा के चरित्र को सुनील राज ने
बखूबी निबहया।
मंच के पीछे संगीत सार्थक त्रिपाठी नाटक को गहराई का अहसास करते है वाही मुकेश जिग्ग्यासी की प्रकाश परिकल्पना श्रेष्ठ रही । मंच व्यवस्था संतोष पंडित एवं मोहित मित्रा द्वारा किया गया । कुल मिला कर आज की प्रस्तुति आधे अधूरे भोपाल रंग मंच का एक सशक्त हस्ताक्षर रही ।
कल रंग अविराम 4 मे नाटक पंचलेट का प्रदर्शन होगा जिसका निर्देशन अनूप शर्मा ने किया है यह प्रस्तुति राष्ट्रीय संस्था ए आई टी सी की है।