Saturday, December 28, 2024

चेतना बनी वरदा एडीएम एल.के. पाण्डेय द्वारा अंतिम रूप से दत्तकग्रहण आदेश जारी किया गया

भिण्ड : अपर जिला दण्डाधिकारी एल.के. पाण्डेय ने अंतिम रूप से दत्तकग्रहण आदेश जारी कर बताया कि आज संभावित माता-पिता पुनः बालिका के साथ उपस्थित हुए और जिला कार्यक्रम अधिकारी संजय जैन एवं बाल संरक्षण अधिकारी अजय सक्सेना की उपस्थिति में साक्षात्कार लिया और उनके बालिका के साथ बीते एक माह के अनुभवों को जाना और दत्तक ग्रहण की उपयोगिता को परखा गया।
उसके पश्चात उपयुक्त परिवार पाए जाने पर अंतिम दत्तकग्रहण आदेश जारी किया गया और परिवार को शुभकामनाएं दी गईं हैं। अपर जिला दण्डाधिकारी श्री एल.के. पाण्डेय द्वारा मेरी बेटी मेरा अभिमान का महिला बाल विकास विभाग का स्मृति चिन्ह दंपति को प्रदान करते हुए आश्वत किया गया कि उक्त बालिका उनके जीवन में निश्चित तौर पर हरियाली, खुशहाली और संपन्नता लाएगी। जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री संजय जैन ने बताया कि 24 अगस्त 2024 को पुर के नजदीक नहर के पास लावारिस अवस्था में मिली बालिका को संरक्षण में लेकर तत्समय जिला अस्पताल में जिला प्रशासन महिला बाल विकास विभाग द्वारा संरक्षण प्रदान किया गया और बालिका के स्वस्थ होने पर बाल कल्याण समिति के माध्यम से बालिका को शिशु ग्रह लहार में प्रवेश दिलाया गया। शिशु ग्रह में प्रवेश के समय बालिका को चेतना नाम दिया गया और तब से सभी उक्त बालिका को चेतना नाम से ही जानते हैं, शिशु ग्रह में प्रवेश के बाद बालिका के परिवार का पता लगाने हेतु विज्ञप्ति राष्ट्रीय स्तर के समाचार पत्र में जारी की गई।
विज्ञप्ति के संबंध में एक माह के अंदर बालिका के संबंध में दावे आपत्ति आमंत्रित किए गए बालिका के संबंध में कोई भी दावा प्राप्त न होने पर एक माह की अवधि पूर्ण होने पर केंद्रीय दत्तक ग्रहण प्राधिकरण के मार्गदर्शी सिद्धांत के प्रावधान के अनुसार बाल कल्याण समिति द्वारा बालिका को दत्तक ग्रहण के लिए विधिक रूप से स्वतंत्र घोषित किया गया बालिका के लीगल फ्री होने के उपरांत कारा पोर्टल से संभावित दंपत्ति माता-पिता द्वारा बालिका को रिजर्व किया गया। बालिका के रिजर्व करने के पश्चात संभावित माता-पिता को भिण्ड में बुलाकर जिला कार्यक्रम अधिकारी की अध्यक्षता में गठित दत्तक ग्रहण समिति की बैठक में उनकी उपयुक्तता का परीक्षण किया गया। संभावित माता-पिता में पिता कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के सार्क देशों के सलाहकार हैं और मां एक निजी फॉर्म में चार्टर्ड अकाउंटेंट के तौर पर कार्यरत है।
परिवार के अन्य सदस्य भी दत्तकग्रहण के प्रति सकारात्मक पाए गए, उक्त समिति की बैठक के पश्चात प्रशासन द्वारा बालिका को प्री एडॉप्शन पर दिया गया और प्री एडॉप्शन के पश्चात लगभग एक माह का समय बाद अपर जिला दडाधिकारी श्री एल.के. पाण्डेय के द्वारा अंतिम दत्तक ग्रहण हेतु साक्षात्कार के लिए 27 दिसंबर 2024 नियत की गई थी। जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री संजय कुमार जैन द्वारा अवगत कराया गया कि बालिका के संबंध में अगले 2 साल तक बेंगलुरु की जिला बाल संरक्षण इकाई से हर 6 माह में फॉलो अप कराया जाएगा और दत्तक ग्रहण की प्रगति देखी जा सकेगी उसके पश्चात यह कार्रवाई पूर्ण संपन्न होगी। संभावित माता-पिता द्वारा भी जिला प्रशासन एवं महिला बाल विकास का धन्यवाद दिया गया और उनके परिवार पूर्ण होने की खुशी जाहिर की।
अपर जिला दण्डाधिकारी श्री एल.के. पाण्डेय के ने जिले वासियों से अपील कर कहा है कि यदि किसी के भी कोई अनचाहा अथवा ऐसा बालक, बालिका जिसको वह पालन पोषण करने में सक्षम नहीं हैं, तो बाल कल्याण समिति के समक्ष सरेंडर कर सकते हैं और उनकी पहचान गोपनीय रखी जाती है और किसी भी प्रकार की पुलिस कार्यवाही नहीं की जाती। जिससे किसी बच्चे का जीवन सुरक्षित बच सकता है और किसी निसंतान दंपत्ति का परिवार पूर्ण हो सकता है।

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