पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर आज दिल्ली के कश्मीरी गेट स्थित निगमबोध घाट पहुंचा। यहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, लोकसभा स्पीकर ओम प्रकाश बिरला नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष गृह मंत्री अमित शाह और प्रियंका गांधी वाड्रा, मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को अंतिम श्रद्धांजलि दी।
आचार्य योगेश कुमार शर्मा ने बताया कि अंतिम संस्कार की सभी रस्में चंदन की लकड़ियों से की जाएंगी और यह सिख धर्म के रीति-रिवाजों के अनुसार पूरा होगा। कांग्रेस नेता मधुसूदन मिस्त्री ने कहा, “डॉ. सिंह ने ऐसे कानून बनाए जो करोड़ों लोगों के लिए लाभकारी साबित हुए। उनका जाना सभी के लिए बड़ी क्षति है।”
कांग्रेस नेता मुमताज पटेल ने कहा, “आज भारत ने एक महान नेता खो दिया। वह न केवल एक अच्छे प्रधानमंत्री थे, बल्कि एक अच्छे इंसान भी थे।” कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा, “आज का दिन बेहद दुखद है। एक महान अर्थशास्त्री, एक विश्व स्तर के राजनेता और एक नेकदिल इंसान अब हमारे बीच नहीं हैं। उन्होंने सादा और महान जीवन जिया। उनकी आत्मा को शांति मिले।”
इससे पहले डॉ. सिंह का पार्थिव शरीर शनिवार सुबह कांग्रेस मुख्यालय में रखा गया था, जहां पार्टी कार्यकर्ताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर बात कर डॉ. सिंह के अंतिम संस्कार के लिए ऐसा स्थान निर्धारित करने का अनुरोध किया जहां उनका स्मारक बनाया जा सके।
खड़गे ने कहा कि यह स्मारक उस नेता को सच्ची श्रद्धांजलि होगी, जिन्होंने साधारण शुरुआत से उठकर महान राजनेता का दर्जा हासिल किया। शुक्रवार को हुई कैबिनेट बैठक के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने खड़गे और डॉ. सिंह के परिवार को सूचित किया कि सरकार स्मारक के लिए स्थान आवंटित करेगी। हालांकि, इसके लिए एक ट्रस्ट बनाना होगा और स्थान तय करना होगा।