sanjay bhardwaj
उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर दिल्ली में यूपी बीजेपी की कोर ग्रुप की बैठक दिल्ली में हो रही है. बैठक में देश के गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ ही यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ शामिल हो सकते हैं. यह भी बताया गया कि पीएम मोदी भी शामिल हो सकते हैं और उनके सामने ही नाम फाइनल किए जाएंगे. असल में लोकसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा करने के लिए कोर ग्रुप कीदिल्ली में बैठक होगी. बैठक की अध्यक्षता पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह करेंगे.
यह बैठक शाम 4 बजे शुरू होने की संभावना है. बैठक में मुख्य रूप से यूपी की उन 14 लोकसभा सीटों पर मंथन होगा जो पिछले चुनाव में बीजेपी हार गई थी. पार्टी इन सीटों पर जल्द से जल्द प्रत्याशियों का ऐलान करना चाहती है. बैठक में 2024 के विधानसभा चुनावों की रणनीति पर भी चर्चा हो सकती है. बैठक में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी और अन्य वरिष्ठ नेता भी शामिल होंगे.
जो पिछले चुनाव में बीजेपी हार गई थी..
बैठक में मुख्य रूप से यूपी की उन 14 लोकसभा सीटों पर मंथन होगा, जो पिछले चुनाव में बीजेपी हार गई थी. पार्टी इन सीटों पर जल्द प्रत्याशियों का ऐलान करना चाहती है, ताकि उन्हें चुनाव प्रचार के लिए पर्याप्त समय मिल सके. एक तथ्य यह भी है कि लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण का मतदान वेस्ट यूपी में होना है. ऐसे में चुनावी तैयारी की गति और रणनीति बनाने में पश्चिम उत्तर प्रदेश की अहम भूमिका है. ऐसे में सबसे पहले पश्चिम यूपी के तीन मंडल मुरादाबाद, मेरठ और सहारनपुर की 14 लोकसभा सीटों की रणनीति बन रही है.
पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 14 लोकसभा सीटों पर मंथन..
सूत्रों के अनुसार, 2024 के लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश (वेस्ट यूपी) की 14 सीटों में से 3 सीटों पर दावा जताया है. इन सीटों में बागपत, बिजनौर और अमरोहा शामिल हैं. बागपत लोकसभा सीट आरएलडी के संस्थापक चौधरी अजीत सिंह की परंपरागत सीट रही है. 2009 के लोकसभा चुनाव में आरएलडी ने अमरोहा और बिजनौर सीटें भी जीती थीं. 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने वेस्ट यूपी की 14 में से 7 सीटें गंवाई थीं, जिनमें अमरोहा और बिजनौर भी शामिल हैं.
विशेष रूप से विचार-विमर्श..
आरएलडी के साथ गठबंधन की संभावना को देखते हुए बीजेपी के बड़े नेता शुक्रवार को इन तीनों सीटों पर विशेष रूप से विचार-विमर्श करेंगे. ताकि गठबंधन में सीट बंटवारे के समय शीर्ष नेतृत्व को सही स्थिति से अवगत कराया जा सके.
बता दें कि पिछले चुनाव में बीजेपी ने 78 में से 62 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि अपना दल (एस) ने 2 सीटों पर जीत हासिल की थी. इस प्रकार, एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) को यूपी में कुल 64 सीटें मिली थीं. फिलहाल उसकी नजर पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 14 सीटों पर है. 2014 में पार्टी ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सभी 14 सीटों पर जीत हासिल की थी. 2019 के चुनाव में यह सीटें आधी रह गई थीं. हारी हुईं पश्चिम यूपी की सात सीटों में छह मुरादाबाद मंडल की थीं.
अगर इन सीटों की बात करें तो..
1. अंबेडकरनगर 2. घोसी 3. लालगंज 4. ग़ाज़ीपुर 5. मैनपुरी 6. श्रावस्ती 7. बिजनौर 8. अमरोहा 9. मुरादाबाद 10. नगीना 11. संभल 12. सहारनपुर 13. रायबरेली 14. जौनपुर.