ग्वालियर। 500 साल बाद भगवान आज अयोध्या में भगवान की प्राण प्रतिष्ठा हो रही है। यह दिन सनातनियों के लिए उन महिलाओं के लिए ज़्यादा खास है, जिन्होंने आज बच्चे को जन्म दिया है।
ग्वालियर में रात 12 से ढाई बजे के बीच करीब 17 बच्चों का जन्म नॉर्मन डिलेवरी के जरिए हुआ है। बच्चों को जन्म देने वाली मांताएं भी खुश है कि भगवान आज राम 500 साल बाद अयोध्या में आए हैं और उनके घर मे भी भगवान राम के रूप में बच्चे का जन्म हुआ है।
अयोध्या में नवनिर्मित श्री राम मंदिर में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होने जा रही है। यह दिन न सिर्फ सनातनियों के साथ ही दुनिया के इतिहास में एक खास दिन होगा क्योंकि 500 साल बाद भगवान राम फिर से मंदिर में विराजेंगे। आज का दिन उन महिलाओं के लिए भी जीवन में सबसे बड़ा यादगार दिन है जिन्होंने बच्चों को जन्म दिया है। रात 12 बजे से रात ढाई बजे तक ग्वालियर में 17 बच्चों ने जन्म लिया है, ज्यादातर महिलाओं ने बेटे को जन्म दिया है।
डॉ. नीलम सिंह, महिला डॉक्टर
ग्वालियर में 22 जनवरी को सबसे पहले सलोनी ने रात 12 बजकर 2 मिनट पर बेटे को जन्म दिया। सलोनी के लिए तो मानो आज का दिन जीवन का सबसे बड़ा दिन बन गया। सलोनी की तरह नेहा ने भी रात 12 बजकर 53 मिनट पर बेटे को जन्म दिया। बच्चे की दादी कहती है कि आज अयोध्या के साथ ही उनके घर मे भी राम आएं हैं।500 साल बाद भगवान राम आए हैं तो वहीं उनके घर मे भी भगवान के उपहार के रूप में बच्चे का जन्म हुआ है।
रेखा बाई, नेहा के बच्चे की दादी
जिले में आज 22 जनवरी की तारीख में करीब 200 बच्चों का जन्म होने वाला है, जिन घर में भी किलकारियां गुज रही है वो मानते है कि उनको आज ऐतिहासिक दिन पर भगवान राम का उपहार मिला है।