ग्वालियर। शहर में भारत बांग्लादेश मैच का क्रेज दिखाई दिया। सुबह से सिर्फ सभी के मुंह पर मैच की ही चर्चा होती रही। जैसे ही दोपहर के दो बजे उसके बाद शहर के सभी रास्ते शंकरपुर के नये क्रिकेट स्टेडियम की ओर मुड़ गये। बड़ी संख्या में लोग मैच देखने के लिये पहुंचे। युवाओं में मैच को लेकर सबसे ज्यादा क्रेज दिखाई दिया। मैच के कारण दिनभर बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। रविवार होने के बाबजूद दुकानदार मक्खियां मारते देखे गये। मैच के कारण पिछले एक सप्ताह से व्यापार पूरी तरह ठप है।
रविवार का दिन ग्वालियर में क्रिकेट के नाम रहा, क्योंकि 14 साल के वनवास के बाद ग्वालियर को अंर्तराष्ट्रीय क्रिकेट मैच मिला था। मैच को लेकर लोगों का उत्साह चरम पर दिखा। ग्वालियर में 14 साल बाद रविवार को अंर्तराष्ट्रीय मैच खेला गया। यह मैच टी-20 फार्मेट में था और भारत बांग्लादेश टीम के बीच खेला गया। मैच के लिये दोनों ही टीमें 2 अक्टूबर को ग्वालियर आ गई थी। तीन दिन लगातार दोनों टीमों ने ग्वालियर के नवनिर्मित शंकरपुर स्थित माधवराव सिंधिया क्रिकेट स्टेडियम में प्रेक्टिस की। प्रेक्टिस के दौरान क्रिकेट प्रेमी अपने फेवरेट क्रिकेटर को देखने के लिये बड़ी संख्या में स्टेडियम पहुंच रहे थे। लेकिन बाहर से आये बाउंसरों ने किसी के भी स्टेडियम के आसपास नहीं फटकने दिया। रविवार के मैच को लेकर रोमांच इस हद तक था कि बीते दिनों मैच की टिकट खरीदी छह घंटे के अंदर ही खत्म हो गई थी। वहीं हिंदू संगठनों के विरोध के बीच बांग्लादेशी टीम को अधिक सुरक्षा मुहैया कराई गई थी। बांग्लादेशी टीम होटल और स्टेडियम तक ही सीमित होकर रह गई थी। खिलाड़ी शहर में कहीं भी तफरी करने नहीं निकले।
रविवार को खेले गये मैच के कारण सनडे फनडे में तब्दील हो गया। आखिर ग्वालियर की जनता को 14 साल बाद मैच देखने का मौका मिला था। 2010 के बाद अब 2024 में ग्वालियर में अंर्तराष्ट्रीय मैच खेला गया। यह मैच नवनिर्मित शंकरपुर स्थित क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया। रविवार को दोपहर दो बजते ही शहर के सभी रास्ते स्टेडियम की तरफ मुड़ गये। बड़ी संख्या में शहरवासी फटाफट क्रिकेट का रोमांच देखने स्टेडियम पहुंचे। स्टेडियम के रास्तों पर सुरक्षा का कड़ा पहरा रहा। पुलिस जवान तंबू में बैठकर सुरक्षा व्यवस्था की मानीटरिंग करते रहे। संदिग्ध दिखने वाले को तुरंत हिरासत में ले लिया। स्टेडियम में कड़ी सुरक्षा के बाद ही टिकट व पासधारियों को प्रवेश दिया गया। स्टेडियम पूरा गचागच भरा था। लोगों ने फटाफट क्रिकेट के इस फार्मेट का पूरा इंजाय किया।
स्टेडियम के रास्तों पर उमड़ा लोगों का हुजूम, चप्पे-चप्पे पर दिखी पुलिस
भारत और बांग्लादेश की टीमों को जिस रास्ते से स्टेडियम ले जाया गया उस रास्ते पर चप्पे-चप्पे पर पुलिस दिखी। पुलिस अधिकारी तंबू गाढ़कर उसमे बैठे रहे और सुरक्षा व्यवस्था को दुरूस्त रखा। मैच को अतिरिक्त सुरक्षा इसीलिये भी मुहैया कराई गई थी क्योंकि हिंदू संगठनों ने बांग्लादेशी टीम के विरोध का ऐलान किया था। जिसके चलते बांग्लादेशी टीम की सुरक्षा में पुलिस ने कोई कोरकसर नहीं छोड़ी। वहीं मैच शुरू होने के बाद पांच घंटे पहले से ही लोग स्टेडियम पहुंचना शुरू हो गये थे। जिसके चलते स्टेडियम के रास्तों में बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ी। पुलिस को इस दौरान काफी सतर्कता बरतना पड़ी। स्टेडियम में लाइन से दर्शकों को टिकट की जांच के बाद ही प्रवेश दिया गया।