sanjay bhardwaj
धर्म । हमारे देेश में आपको कई हिन्दू सनातनी लोगों के घर की छतो पर अलग अलग रंगों में झंडा लहराता हुआ नजर आता होगा। अयोध्या केें राम मंदिर में रामलला की प्रांण प्रतिष्ठा के समय देश के अलग अलग शहरों में घर घर में झंडा फहराया गया कई घरों में वह आज भी शान से लहरा रहा हैं। ज्योतिष और वास्तु के संदर्भ में घर पर झंडा लगाने के अनेक फायदे होते हैं। ध्वज को झंडा, केतु, तोरण और पताका आदि नामों से भी जाना जाता है। झण्डा चाहे तिरंगा हो अथवा धार्मिक चिन्ह का लाल, पीला, भगवा आदि देवी-देवताओं का झंड़ा, उनको घर की छत पर लगाने से बहुत ही लाभ होता है।
क्यों लगाते हैं ध्वज
ध्वजा को विजय और सकारात्मकता ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। इसीलिए पहले के जमाने में जब युद्ध में या किसी अन्य कार्य में विजय प्राप्त होती थी तो ध्वजा फहराई जाती थी। इससे यश, कीर्ति और विजय मिलती है। ध्वजा या झंडा लगाने से घर में रहने वाले सदस्यों के रोग, शोक व दोष का नाश होता है और घर की सुख व समृद्धि बढ़ती है।
घर की छत पर कैसा झंडा लगाना चाहिए?
झंडा लगाते समय वास्तु के नियमों की जानकारी जरूर होनी चाहिए। घर की छत पर झंडा लगाते समय यह ध्यान रखें कि यह काले या नीले रंग का नहीं होना चाहिए। यह झंडा साबुत ही होना चाहिए। फटे और पुराने झंडे को लगाने से बचना चाहिए।झंडा हल्के रंग का ही होना चाहिए।
डिसक्लेमर
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