Monday, January 13, 2025

ग्वालियर रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में अडाणी और अंबानी ग्रुप ने की मध्य प्रदेश में 4570 करोड़ निवेश की घोषणा

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा आज ऐतिहासिक क्षण,मुख्यमंत्री ने निवेशकों से किया हर सहयोग का वादा,तोमर ने निवेशकों को दिलाया भरोसा ‘एमपी सरकार आपके साथ

ग्वालियर।  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को ग्वालियर में आयोजित रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में सहभागिता की। उन्होंने दीप प्रज्ज्वलित कर कॉन्क्लेव का शुभारंभ किया। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर सहित कई जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। कॉन्क्लेव में अडाणी और अंबानी ग्रुप ने मध्य प्रदेश में 4570 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की है। इसी के साथ साथ गोदरेज ग्रुप भी 450 करोड़ रुपये का निवेश करेगा।

मुख्यमंत्री ने ग्वालियर रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में 1 हजार 586 करोड़ के निवेश की 47 इकाइयों का वर्चुअली भूमिपूजन और लोकार्पण किया। इनसे लगभग 4752 रोजगार के अवसर सृजित होंगे। इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों के उद्योगपतियों से वर्चुअली संवाद कर 120 इकाइयों को भूमि आवंटन आशय पत्र प्रदान किए। कार्यक्रम में ग्वालियर स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा निर्मित जय विलास प्रवेश द्वार का लोकार्पण भी किया गया। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ लोकसेवा के लिए समर्पित एवं नारीशक्ति की प्रतिमूर्ति राजमाता विजयाराजे सिंधिया की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया।

मुख्यमंत्री ने कहा ‘सरकार निवेशकों का पूरा सहयोग करेगी

सीएम डॉ मोहन यादव ने इस अवसर पर कहा कि ऋषि गालव की तपोभूमि ग्वालियर “त्महपवदंस प्दकनेजतल ब्वदबसंअम” के माध्यम से प्रदेश में विकास एवं रोजगार के नये द्वार खोलने जा रही है। उन्होंने उद्योग एवं व्यापार जगत की प्रसिद्ध हस्तियों से चर्चा कर उन्हें मध्य प्रदेश में उद्योगों के प्रति अनुकूलता एवं अवसरों से अवगत कराया। सीएम ने कहा कि ग्वालियर-चंबल में उद्योगपतियों एवं निवेशकों के इस महाकुंभ से प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार के अपार अवसर सृजित होंगे एवं औद्योगिक विकास को गति मिलेगी।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘धन घर में रखने के लिए नहीं होता है। व्यापार-व्यवसाय का अर्थ ही है कि वो चलायमान रहे..उसमें तरलता रहे। धन से धन नहीं बनता है..धन मन और बुद्धि से बनता है। आपके मन में कल्पनशीलता होनी चाहिए, जिद सामर्थ्य पुरुषार्थ होना चाहिए और उससे पराक्रम निकलता तो अडाणी जी, रिलायंस इंडस्ट्री जैसे कई नाम निकलकर आते हैं। उन्होंने कहा कि ‘उद्यमशीलता के लिए अनुकूलता चाहिए। देश समृद्ध बने आगे बढ़े..ऐसी रीजनल कॉन्क्लेव करने के पीछे हमारा मनोभाव है कि निवेशक उद्योगपति हमारे प्रदेश में आएँ और इसे देखें। हम उन्हें सारी अनुकूलता देंगे और हर प्रकार का सहयोग करेंगे।

इसी के साथ मुख्यमंत्री ने रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि जेसी मील के मजदूरों का बकाया भुगतान जल्द ही किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हुकूमचंद मिल के बाद अब जल्द ही ग्वालियर की जेसी मिल के मजदूरों को भुगतान दिया जाएगा। इसी के साथ बताया कि सरकार जल्द ही हेल्थ सेक्टर को लेकर बड़ी पॉलिसी लाने वाली है। उससे मध्य प्रदेश में हेल्थ सेक्टर में बड़ा निवेश होगा। ग्वालियर में भूमि पर एक बड़ा निजी अस्पताल भी खोला जाएगा।

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा आज ऐतिहासिक क्षण

इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि ग्वालियर के लिए आज ऐतिहासिक क्षण है। उन्होंने मुख्यमंत्री की तारीफ करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश के इतिहास में पहली बार हमें डॉ. मोहन यादव के रूप में ऐसे मुख्यमंत्री मिले हैं, जिन्होंने प्रदेश की उद्योग और मैन्युफैक्चरिंग की क्षमता को पहचाना है। वहीं, विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र तोमर ने कहा कि इस बात की प्रसन्नता है कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में मध्यप्रदेश में निरंतर समग्र विकास और संतुलित विकास की संकल्पना को मूर्त रूप दिया जा रहा है।

 सिंधिया ने की सीएम मोहन यादव की दूरदृष्टि की तारीफ

इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि ग्वालियर के लिए आज ऐतिहासिक क्षण है। उन्होंने मुख्यमंत्री की तारीफ करते हुए कहा कि ‘मध्यप्रदेश के इतिहास में पहली बार हमें डॉ. मोहन यादव जी के रूप में ऐसे मुख्यमंत्री मिले हैं, जिन्होंने प्रदेश की उद्योग और मैन्युफैक्चरिंग की क्षमता को पहचाना है।’ सिंधिया ने कहा कि ‘ग्वालियर अंचल इतिहास से औद्योगिक केंद्र रहा है। मेरे पूर्वज दौलतराव महाराज ने उस जमाने में गुजराती और मेवाड़ी व्यापारियों को राजस्थान और गुजरात से लाकर ग्वालियर स्टेट में बसाया था। और उस जमाने में द ट्रू मेकर ऑफ मॉडर्न ग्वालियर, आधुनिक ग्वालियर की कल्पना करने वाले माधव महाराज द्वितीय ने उस जमाने के उद्यमी घनश्यामदास बिरला को यहाँ लाकर प्रोत्साहन दिया। यहाँ सिमको को बसाया, जेसी मिल्स को बसाया, अनेक संयंत्र लगे। 1912 में यहाँ पहली लेदर फ्रैक्ट्री स्थापित हुई। उस समय इस क्षेत्र में रेलवे लाइन बनवाई, सड़कों का जाल बिछाया, गजराराजे मेडिकल कॉलेज बनवाया। जीवाजी महाराज ने जेआरडी टाटा को यहाँ लाकर ग्वालियर को कनेक्टिविटी दिलवाई थी।

उन्होंने कहा कि आज मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कल्पना की है कि अगर मध्य प्रदेश देश के दिल में रहता है तो मध्य प्रदेश को देश के सभी राज्यों में पहले नंबर तक पहुँचाना है। ये हमारा संकल्प है तो मेरे निवेशकों का, व्यापारियों का, एमएमएमई सेक्टर के सभी लोगों की मदद की आवश्यकता है। जब हम मुख्यमंत्री के साथ जुड़ेंगे तभी ये सपना साकार हो पाएगा।

 

विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र तोमर ने निवेशकों को दिलाया भरोसा ‘एमपी सरकार आपके साथ है

कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र तोमर ने कहा कि ‘मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश में निरंतर समग्र विकास और संतुलित विकास की संकल्पना को मूर्त रूप दिया जा रहा है। उद्योग और व्यवसाय के क्षेत्र में मध्यप्रदेश आगे बढ़े, इस दिशा में भी मुख्यमंत्री पूरे समर्पण के साथ कार्य कर रहे हैं। जब समग्र और संतुलित विकास की बात होती है तो समग्रता में ध्यान रखते हुए संतुलन बनाए रखना आवश्यक होता है। सीएम मोहन यादव इस तरफ पूरी तरह ध्यान दे रहे हैं। बीजेपी सरकार द्वारा दस साल काम करने के बाद आज भारत दुनिया की पाँचवीं अर्थव्यवस्था है और आने वाले पाँच साल में हम दुनिया की तीसरी अर्थव्यवस्था बने, इस संकल्प और दृष्टिकोण के साथ प्रधानमंत्री मोदी काम कर रहे हैं। उनके इस स्वप्न के अमलीजामा पहनाने के लिए मुख्यमंत्री मोहन यादव प्राणपण से जुटे हैं। हर जिले में निवेश प्रोत्साहन केंद्र..ये परिकल्पना इस बात का परिचायक है कि मध्यप्रदेश सरकार कितनी दिली कामना के साथ निवेश को आमंत्रित करना चाहती है। ग्वालियर का ये कान्क्लेव बेहद महत्वपूर्ण है और निवेशक यहाँ आएँ, सरकार आपके साथ खड़ी है।

 

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