Friday, December 27, 2024

जिले में “हम होंगे कामयाब” अभियान के तहत गतिविधियां जारी

जेंडर आधारित हिंसा रोकने के उद्देश्य से जिला स्तरीय संवेदीकरण कार्यशाला आयोजित, महिला बाल विकास विभाग के फ्रंट लाइन कार्यकर्ताओं को किया गया प्रशिक्षित 

ग्वालियर :  जेंडर आधारित हिंसा (महिला हिंसा) की रोकथाम के लिए ग्वालियर जिले में भी जन जागरूकता अभियान ”हम होंगे कामयाब” का आयोजन हो रहा है। गत 25 नवम्बर से शुरू हुआ यह अभियान 10 दिसम्बर तक चलेगा। अभियान के दूसरे दिन यानि मंगलवार को जेंडर संवेदनशीलता और जेंडर आधारित मुद्दों से निपटने के उद्देश्य से फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं के लिए जेंडर संवेदीकरण विषय पर जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया है।

 

कलेक्टर श्रीमती रूचिका चौहान ने नगर निगम, पुलिस, जिला पंचायत, स्वास्थ्य, शिक्षा, उच्च शिक्षा एवं खेल व युवा कल्याण विभाग तथा नेहरू युवा केन्द्र इत्यादि संगठनों के अधिकारियों को ”हम होंगे कामयाब” अभियान की गतिविधियों गंभीरतापूर्वक मूर्तरूप देने के निर्देश दिए हैं।

 

मंगलवार को कलेक्ट्रेट स्थित महिला एवं बाल विकास विभाग कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित हुई संवेदीकरण कार्यशाला में उपस्थित आंगनवाड़ी कार्यकताओं एवं शौर्यादल के सदस्यों को जेंडर आधारित हिंसा रोकने से संबंधित बातें बताई गईं। साथ ही कानूनी जानकारी दी गईं। इस अवसर पर जिला विधिक सेवा अधिकारी श्री दीपक शर्मा ने बताया गया है कि परिवार में बच्चों के बीच लड़के और लड़की का भेद नहीं करते हुए बच्चों में जेंडर के आधार पर ऐसी समझ विकसित करना है, जिससे वे बड़े होकर बेटा-बेटी के प्रति समान आदर रखें। साथ ही सामाज में जेंडर के आधार होने भेद-भाव और हिंसा को दूर करने में सहायक बनें।

 

जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री डी.एस. जादौन ने आह्वान किया कि हमारे फ्रंटलाइन कार्यकर्ता अपने आस-पास जेंडर आधारित हिंसा पर सतत निगरानी रखें। साथ ही अपने आस-पास घटना होने पर इसकी जानकारी तत्काल संरक्षण अधिकारी अथवा पुलिस थाने को दें। इस अवसर पर उपस्थित प्रतिभागियों द्वारा भारतीय संविधान की उद्देशिका का सामूहिक रूप से वाचन भी किया गया।

 

जिला स्तरीय कार्यक्रम के साथ-साथ विकासखण्ड स्तर पर भी इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया । जिसमें बड़ी संख्या में महिला और बालिकाओं को जेंडर आधारित मुद्दों पर प्रशिक्षण दिया गया ।

 

उल्लेखनीय है कि इस अभियान के अंतर्गत बाल विवाह निषेध जागरूकता, घरेलू हिंसा रोकथाम, कानूनी जागरूकता कार्यशालाएँ, पी.सी.पी.एण्ड.डी.टी. अधिनियम का प्रभावी क्रियान्वयन, कार्यस्थल पर महिलाओं का यौन उत्पीड़न से सुरक्षा, साइवर सुरक्षा एवं डीजिटल सुरक्षा आदि के संबंध में पृथक-पृथक तिथियों में जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे।

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