सांसद श्री भारत सिंह कुशवाह की पहल पर आयोजित हो रहे इस शिविर में ग्वालियर – चंबल संभाग के सभी आठ जिलों सहित मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश व राजस्थान के समीपवर्ती जिलों को शामिल कर लगभग डेढ़ दर्जन जिलों के मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण व इलाज एम्स के चिकित्सक करेंगे। इस विशाल स्वास्थ्य शिविर के लिये अब तक लगभग 40 हजार मरीजों का पंजीयन किया हो चुका है। जिसमें 34 हजार पंजीयन ऑफलाइन व 6 हजार पंजीयन ऑनलाइन हुए हैं। शिविर में आने वाले अन्य मरीजों का मौके पर भी पंजीयन किया जायेगा।
अटल जी के जन्मदिवस 25 दिसम्बर को एलएनआईपीई में प्रात: 10 बजे यह बहुउद्देश्यीय नि:शुल्क शिविर शुरू होगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मुख्य आतिथ्य में इस दिन अपरान्ह लगभग 4 बजे शिविर का औपचारिक उदघाटन होगा। एलएनआईपीई परिसर में 25 से 27 दिसम्बर तक प्रतिदिन प्रात: 10 बजे से सायंकाल 5 बजे तक यह शिविर आयोजित होगा।
शिविर में चिकित्सकों एवं पैरामेडीकल स्टाफ सहित एम्स की 170 सदस्यीय टीम स्वास्थ्य परीक्षण, जरूरतमंद मरीजों के ऑपरेशन व इलाज करेगी। कैंसर, हृदय, किडनी, लिवर व स्नायु रोग सहित बाल रोग एवं विभिन्न प्रकार की बीमारियों का इलाज होगा। साथ ही अल्ट्रासाउण्ड, ईको व ईसीजी सहित अन्य पैथोलॉजिकल जाँचें मौके पर ही होंगीं। एम्स के विशेषज्ञ चिकित्सकों से ओपीनियन लेने का अवसर भी इस शिविर में मिलेगा।
सांसद श्री भारत सिंह कुशवाह एवं कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने मंगलवार को एलएनआईपीई पहुँचकर शिविर की तैयारियों का जायजा लिया। साथ ही शिविर को सुव्यवस्थित ढंग से आयोजित करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा सभी अधिकारी – कर्मचारी व वॉलेन्टियर पूरी मुस्तैदी व सेवाभाव के साथ अपने कर्तव्य का निर्वहन करें। इलाज के लिये आ रहे किसी भी मरीज व उसके अटेण्डर को परेशानी नहीं होना चाहिए।
इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विवेक कुमार, नगर निगम आयुक्त श्री अमन वैष्णव, अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू अरुण कुमार व श्री कुमार सत्यम सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
मरीजों की आईडी बनेगी, जिससे उन्हें एम्स में इलाज के लिए भटकना नहीं पड़ेगा
एम्स के सहयोग से आयोजित होने जा रहे इस वृहद शिविर में मौके पर ही मरीजों का इलाज तो होगा ही, साथ ही उनकी मेडीकल आईडी भी एम्स द्वारा तैयार की जायेगी। जिन मरीजों का शिविर में ऑपरेशन व इलाज संभव नहीं होगा, उनका इलाज इस आईडी के माध्यम से मरीज एम्स भोपाल में जाकर करा सकेंगे। आईडी होने से मरीजों को एम्स में इलाज के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा और लम्बी लाइन से भी निजात मिलेगी।
ग्वालियर में बड़े चिकित्सा संस्थान के लिए डाटाबेस बनेगा आधार
सांसद श्री भारत सिंह कुशवाह ने कहा कि इस शिविर के माध्यम से एम्स के चिकित्सक यह भी पता लगायेंगे कि ग्वालियर-चंबल संभाग के जिलों में कौन सी बीमारी अधिकता में होती है। इस अध्ययन के आधार पर चिन्हित बीमारियों के इलाज के लिए ग्वालियर में विशेष सुविधा उपलब्ध कराने के लिये केन्द्र व राज्य स्तर पर प्रयास किए जायेंगे। उन्होंने कहा शिविर में जो डाटाबेस तैयार होगा, उसके आधार पर ग्वालियर में चिकित्सा के क्षेत्र में एम्स जैसा बड़ा संस्थान खोलने का रास्ता खुलेगा।
एम्स के 22 विभागों के दल आयेंगे शिविर में
एम्स भोपाल के अधिष्ठाता डॉ. रजनीश जोशी ने बैठक में जानकारी दी कि शिविर में एम्स के 22 विभागों के चिकित्सकों के दल इलाज करने के लिये आयेंगे। इनमें जनरल स्क्रीनिंग ओपीडी (मेडीसिन, सीएफएम व सर्जरी), बर्न प्लास्टिक, कार्डियोलॉजी, सीटीवीएस, डर्माटोलॉजी, डेटिस्ट्री, एंडोक्रिनोलॉजी, गेट्रोएंट्रोलॉजी, हेमोटोलॉजी, पीडियार्टिक सर्जरी, ऑन्कोलॉजी, ऑर्थोपेडिक्स, पीडियाट्रिक्स ऑर्थोपेडिक्स, यूरोलॉजी, सायकाट्री, गायनोकॉलोजी, न्यूरो सर्जरी, नेफ्रोलॉजी, ईएनटी, ट्रांसफ्यूजन मेडीसिन, आयुष व डायगनोस्टिक्स (रेडियोडायगनोसिस, ईसीजी व प्वॉइंट ऑफ केयर टेस्टिंग) शामिल हैं।