विकास गुप्ता
आधार लाइव संवाददाता
ग्वालियर। जिस तरह की कहानी फिल्मों में देखी जाती है, कुछ वैसी ही कहानी ग्वालियर में देखने मिली है। साल 2018 में अपने पिता की डांट से नाराज होकर एक 16 साल का नाबालिग घर छोड़ चला गया था और अब 2024 में वो अपने परिवार के बीच जब पहुंचा तो कहानी पूरी फिल्मी हो गई। परिवार की आंखों में जहां खुशी के आंसू थे वहीं अपने अपने बेटे को देखकर मां का चेहरा चमक उठा। भला खुशी रुक भी कैसे सकती थी, 6 साल बाद गुमशुदा बेटा जो लौटा है।
पढ़ाई को लेकर ही होता था घर में विवाद, अब ग्रेजुएट
दसवीं कक्षा का छात्र 16 वर्षीय आशु राजपूत 20 सितंबर 2018 को अपने पिता की डांट से नाराज होकर बिना बताए घर से चला गया था। घर वालों ने पहले बेटे को खोजा और जब नहीं मिला तो उसकी गुमशुदगी हजीरा थाने में दर्ज करवाई। पुलिस ने उसकी खोज शुरू की तो बीते दिनों मुंबई में सिम खरीदने पर जब उसका आईडी कार्ड उपयोग में आया तो पुलिस ने आशु की लोकेशन ट्रेस कर उसे खोज निकाला और ग्वालियर वापस लेकर आई। पुलिस ने जब इस दौरान उसके जीवन से जुड़ी जानकारी ली तो उसने बताया कि इस दौरान वह तीन शहरों में रहा। घर से भाग कर वह सबसे पहले कानपुर गया, वहां उसने 6 से 7 महीने होटल में काम किया, फिर वहां से भी 4 महीने के लिए नोएडा जाकर वहां के होटल में काम किया। वहां जब मन नहीं लगा तो उसने सीधे मुंबई का रास्ता पकड़ा और 2019 में मुंबई के अंधेरी वेस्ट पहुंचा। जहां शुरुआत में पान की दुकान पर काम किया, फिर एक होटल में काम करने लगा। इसके बाद कॉल सेंटर और अंत में रियल एस्टेट में काम करने लगा। आशु ने जब घर छोड़ा था तब दसवीं पास था लेकिन अब वह बीएससी ग्रेजुएट हो चुका है। उसने अपने गुजारे के लिए जहां काम किया तो वहीं अपनी पढ़ाई को भी पूरा किया। इन 6 सालों में उसने पहले 12वीं और फिर बीएससी की पढ़ाई पूरी की। घर में आशु का विवाद पढ़ाई को लेकर ही होता था। वह कोचिंग नहीं जाता था, पढ़ाई नहीं करता था जिसके चलते उसके पिता उसे डांटते थे, लेकिन अब आशु लाखों रुपए महीने कमाता है।
पुलिस ने घोषित किया था इनाम
आपको बता दें कि आशु के लापता होने के बाद भी जब कोई सूचना नहीं मिल रही थी तब सूचना देने वाले को 10000 रूपए का इनाम दिए जाने की घोषणा हुई थी। 4 जनवरी 2020 में ग्वालियर के पुलिस अधीक्षक ने आशु राजपूत की जानकारी देने पर इनाम देने की आधिकारिक घोषणा जारी की थी, तब से लगातार पुलिस आशु को खोजने में लगी हुई थी। अब आशु अपने परिवार के बीच है और लाखों रुपए भी कमाता है। साथ ही ग्रेजुएट भी हो चुका है। यही वजह है कि यह पूरी रियल लाइफ की कहानी रील लाइफ जैसी लग रही है।लोग कह रहे है कि कहानी पूरी फिल्मी है।