ग्वालियर। दिन हो या रात, शहर की सड़कों, गली-मोहल्लों में घूमने वाले आवारा कुत्ते अब लोगों में दहशत फैलाने लगे हैं। हर रोज कोई न कोई व्यक्ति कुत्ते द्वारा काटने का शिकार हो रहा है।
यदि पिछले 24 घंटे की ही बात करें तो करीब 500 लोग डॉग बाइट का शिकार हुए हैं। अंचल के सबसे बड़े जयारोग्य अस्पताल के साथ ही जिला अस्पताल मुरार और तीन सिविल अस्पतालांे में डॉग बाइट के शिकार हुए लोगों की कतारें देखी गईं। अकेले जिला अस्पताल मुरार में 197 लोगों को एंटीरैबीज इंजेक्शन लगाए गए।
चौंकाने वाली बात यह है कि अमूमन इस तरह के आंकड़े गर्मियों में देखे जाते हैं लेकिन इस बार सर्दी के महीने में डॉग बाइट के रिकॉर्ड मामले सामने आ रहे हैं। आगरा कुत्तों का शिकार सबसे ज्यादा मासूम बच्चे और बुजुर्ग हो रहे हैं।
डॉग बाइट के बढ़ते हुए मामलों ने नगर निगम के दावों की भी पोल खोल दी है। लोेगों का कहना है कि नगर निगम द्वारा आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए कोई अभियान नहीं चलाया जा रहा है, जिस कारण यह कुत्ते लोगों की मुसीबत बनते जा रहे हैं।
वहीं मुरार अस्पताल की नर्सिंग हेड रेखा सिंह का कहना है कि शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्र में भी डॉग बाइट के लोग शिकार हो रहे हैं।
पहली बार देखने में आ रहा है कि सर्दियों के मौसम में तेजी के साथ डॉग बाइट के केस में बढ़ोतरी हुई है। साथ ही इसके कारण एंटी रैबीज इंजेक्शन की डिमांड भी बड़ी है।
यह हैं अस्पतालों में पहुंचने वाले डॉग बाइट पीड़ितों की संख्या
मुरार ज़िला अस्पताल में 197 डॉग बाइट के मरीज़ पहुंचे।
जयरोग्य अस्पताल में 131 डॉग बाइट के मरीज़ पहुंचे।
हज़ीरा सिविल अस्पताल में 77 डॉग बाइट के मरीज़ पहुंचे।
डबरा सिविल अस्पताल में 39 डॉग बाइट के मरीज़ पहुंचे।
भितरवार अस्पताल में 28 डॉग बाइट के मरीज़ पहुंचे।