भोपाल: मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव को मिली ऐतिहासिक जीत कई मायनों में अलग है। जहां सीएम डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में भाजपा ने क्लीन स्वीप करते हुए सभी 29 लोकसभा सीटों पर फतह कर ली है। इसके अलावा अब मध्य प्रदेश से कई दिग्गज नेता जो कि लाखों की संख्या में वोटों से जीतकर संसद में पहुंचने जा रहे हैं। ऐसे में मध्य प्रदेश के यह नेता केंद्रीय पटल पर अपनी चमक बिखेरने को तैयार दिख रहे हैं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया
गुना से भाजपा प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने करीब पौने 6 लाख वोटों के अंतर से कांग्रेस के प्रत्याशी राव यादवेंद्र सिंह को चित कर दिया है। इससे केंद्र में ज्योतिरादित्य सिंधिया का कद भी बढ़ेगा।
डॉ. मोहन यादव
डॉ. मोहन यादव सिर्फ 6 महीने पहले ही प्रदेश के मुख्यमंत्री बने हैं। पीएम मोदी के विश्वासपात्र डॉ. मोहन यादव ने छिंदवाड़ा में 50 साल बाद कमल खिलाने का लक्ष्य पूरा कर दिखeया है। इसका श्रेय सीएम डॉ. मोहन यादव के सिर पर बंध गया है। अब पूरे देश में डॉ. मोहन यादव सबसे दमदार सीएम बनकर उभरेंगे।
शिवराज सिंह चौहान
मध्य प्रदेश में दिसंबर 2023 के पहले तक करीब 15 साल तक मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान ने रिकॉर्ड तोड़ वोटों से जीत दर्ज की है। वर्तमान में सीहोर जिले की बुधनी विधानसभा से विधायक शिवराज ने विदिशा लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी रमाकांत भार्गव को करीब साढ़े 8 लाख वोटों से हराया है। यह शिवराज की बड़ी जीत है। माना जा रहा है कि विधानसभा और लोकसभा में उन्होंने बड़ी जीत दिलाई है। ऐसे में केंद्र में उन्हें बड़ी जिम्मेदारी मिलेगी।
शंकर ललवानी
इंदौर के शंकर ललनवानी सबसे बड़ी जीत दर्ज करने वाले सांसद बन गए हैं। उन्होंने बसपा के संजय सोलंकी को करीब साढ़े 12 लाख मतों के अंतर से हराया है। बता दें कि यहां से कांग्रेस प्रत्याशी ने ऐन मौके पर फॉर्म वापस ले लिया था।
शिवराज सिंह चौहान
विष्णुदत्त शर्मा
मध्य प्रदेश भजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा यानि वीडी शर्मा ने खजुराहो में करीब साढ़े 5 लाख मतों के अंतर से जीत हासिल की है। यहां से कांग्रेस और सपा ने गठबंधन करके सपा को टिकट दिया था, जिसका फॉर्म रिजेक्ट हो गया था। उनके नेतृत्व में बीजेपी लगातार शानदार प्रदर्शन कर रही है। विधानसभा से लेकर लोकसभा चुनाव तक में पार्टी ने प्रचंड जीत हासिल की है। ऐसे में उनका ग्राफ भी बढ़ना तय है।
विवेक बंटी साहू
विवेक बंटी साहू मध्य प्रदेश की राजनीति में सबसे नया नाम है। बंटी के सिर पर वह ताज सजा है, जिसके लिए भाजपा 50 साल से इंतजार कर रही थी। उन्होंने कमल नाथ के गढ़ छिंदवाड़ा से उनके बेटे नकुल को करीब सव लाख वोटों के अंतर से हरा दिया है। सही मायने में मध्य प्रदेश के लिए यही सबसे बड़ी जीत है, क्योंकि 2019 के चुनाव में भाजपा 28 सीटें जीती थी, लेकिन छिंदवाड़ा को हिला नहीं पाई थी।