नई दिल्ली। NDA की यह विजय देश के लिए अपना जीवन खपा देने वाले नेता नरेंद्र मोदी में जन-जन के अटूट विश्वास का प्रतिबिंब है। यह मोदी के विकसित भारत के विजन पर जनता-जनार्दन का विश्वासमत है। यह जन आशीर्वाद मोदी जी के बीते एक दशक के गरीब कल्याण, विरासतों के पुनरोत्थान, महिलाओं के स्वाभिमान व किसान कल्याण के कार्यों की सफलता का आशीष है। नया भारत इस जनादेश के साथ विकास यात्रा को और गति और शक्ति देने के लिए तैयार है।
चुनाव नतीजें भले ही भाजपा और एनडीए के मुताबिक नहीं रहे हैं. लेकिन गुजरात के गांधीनगर सीट से अमित शाह ने कमाल कर दिया है। इस सीट पर अमित शाह ने अपने ही पुराने रिकॉर्ड को तोड़ते हुए 7,447,16 वोटों से जीत दर्ज कर ली है. 2019 के लोकसभा चुनाव में अमित शाह ने 5 लाख वोटों से जीत दर्ज की थी. इससे पहले गांधीनगर सीट से आडवाणी ने 4.83 लाख वोट से जीत दर्ज की थी।
पिछले 35 सालों गुजरात के गांधीनगर सीट पर भाजपा का कब्जा रहा है. अमित शाह से पहले ये सीट बीजेपी के कद्दावर नेता लालकृष्ण आडवाणी की हुआ करती थी. इस सीट को भाजपा की बेहद सुरक्षित सीट मानी जाती है. आडवाणी इस सीट से 6 बार चुनाव जीत चुके हैं. साल 2019 से अमित शाह इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. अमित शाह ने गांधीनगर से दूसरी बार प्रचंड जीत दर्ज की है।
अमित शाह का यहां पर मुकाबला कांग्रेस नेता की सोनल पटेल से रहा. सोनल, अमित शाह के मुकाबले काफी पीछे रह गईं. इन्हें सिर्फ 266256 वोट मिले, जबकि अमित शाह को कुल 1010972 वोट मिले. इसके अलावा, तीसरे नंबर पर बहुजन समाज पार्टी के नेता रहे, जिन्हें सिर्फ 7394 वोट ही मिले हैं. शिवराज सिंह चैहान ने मध्य प्रदेश की विदिशा सीट से 821408 वोटों से प्रचंड जीत दर्ज की है. शिवराज को कुल 1116460 वोट मिले थे. अब अमित शाह ने गांधीनगर से बड़ी जीत दर्ज करके सभी को हैरान कर दिया है. गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के रिजल्ट से पहले शनिवार को एग्जिट पोल जारी हुआ था. इस चुनाव में कई सीटों पर सभी की नजर टिकी हुई थीं. इन्हीं में से एक हॉट सीट गुजरात का गांधीनगर भी रहा, जहां से अमित शाह दूसरी बार मैदान में थें. एग्जिट पोल में अमित शाह के प्रचंड जीत का अनुमान लगाया गया था, जो अब सच साबित हो गया है।