ग्वालियर। ग्वालियर के यूनिवर्सिटी थाना क्षेत्र के सिंधिया नगर इलाके में 26 अप्रैल की देर रात मामा की बेटी की शादी में शामिल होने पहुंचे सोनू आदिवासी की चाकू मार कर दी गई थी। मृतक युवक के परिजनों का आरोप है कि पुलिस इस पूरे मामले में आरोपियों को संरक्षण देने गलत बयान के लिए दबाव बना रही है। इतना ही नहीं, जब फरार आरोपियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर महिलाएं थाने पर पहुंची तो उनका आरोप है कि पुलिसकर्मियों द्वारा उनके साथ मारपीट की गई। हालांकि यूनिवर्सिटी थाना पुलिस इन आरोपों से इनकार कर रही है।
आपको बता दे कि सोनू आदिवासी की यूनिवर्सिटी थाना क्षेत्र के सिंधिया नगर पहाड़ी पर 26 अप्रैल की रात चाकुओं से गोदकर हत्या की गई थी। हत्या का आरोप सुनील अनिल और वीरू आदिवासी के ऊपर लगा था। इसके बाद पुलिस ने सुनील और अनिल आदिवासी को गिरफ्तार कर लिया था। परिजनों का आरोप है कि वीरू आदिवासी के साथ उसके चार अन्य साथी भी थे लेकिन पुलिस उन्हें बचाने का प्रयास कर रही है और एफआईआर में उनका नाम नहीं दिया गया है। आरोपियों पर कार्रवाई के लिए परिजन यूनिवर्सिटी थाने पहुंचे थे।
यहां पुलिस से उनकी तीखी बहस हुई। उनका आरोप है कि पुलिसकर्मियों द्वारा महिलाओं के साथ मारपीट की गई और दबंगई दिखाई गई। हालांकि यूनिवर्सिटी थाना पुलिस का कहना है कि मामले में तीन आरोपी बनाए गए थे। दो आरोपी गिरफ्तार हैं और तीसरे की तलाश है। महिलाओं के साथ मारपीट के आरोप पूरी तरह निराधार हैं।