ग्वालियर। पुलिस ने शिवपुरी के जंगल में बोरे में बंद मिली लाश का खुलासा कर दिया है। मृतक ग्वालियर का हिस्ट्री शीटर बदमाश था। जमीन के विवाद में रिश्तेदारों ने ही उसकी हत्या कर शव को बोरे में भरकर शिवपुरी के जंगल मे फेंक दिया था। पुलिस ने हत्याकांड के चार में से तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
इसी साल छह फरवरी को शिवपुरी के सतनवाड़ा के जंगल में ग्वालियर के हिस्ट्रीशीटर गौरीशंकर राठौर की बोरे में बंद लाश मिली थी। जनकगंज थाने में गौरी राठौर की गुमशुदगी दर्ज थी। शिवपुरी पुलिस ने ग्वालियर की जनकगंज पुलिस को घटना की जानकारी दी। जनकगंज पुलिस ने इस मामले की पड़ताल शुरू की तो पता चला कि गौरी राठौर की हत्या के बाद उसके रिश्ते के भाई और ताऊ गायब थे।
गौरी के परिजनों को उन पर हत्या का संदेह था। पुलिस को गुरुवार की सुबह संदेही ताऊ भागीरथ राठौर, बेटा राकेश राठौर और नाती लखन राठौर के ग्वालियर आने की ख़बर मिली थी। जनकगंज पुलिस ने तत्काल कार्रवाई कर तीनों को दबोच लिया। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने हत्या करना कबूल किया है। पुलिस पड़ताल में पता चला है कि साडा बायपास पर सरकारी जमीन है, जिसे उसके ताऊ भागीरथ और उनके बेटे बेचना चाह रहे थे। गौरी से इस जमीन को लेकर विवाद था। आरोपियों ने बताया कि 6 फरवरी को इसी जमीन को लेकर उनका गौरीशंकर से विवाद हुआ। इसके बाद तीनों अपने एक साथी के साथ गौरी को पकड़कर भूसे के एक गोदाम पर ले गए, जहां उसकी गला दबाकर हत्या कर दी।
इसके बाद शव कार में रखकर सतनबाड़ा, जिला शिवपुरी पर जंगल के पास फेंक दिया। हत्याकांड के तीनों आरोपियों ने बताया कि उनके साथ रामदास राठौर भी वारदात में शामिल था। जनकगंज पुलिस रामदास की तलाश में उसके संभावित स्थानों पर दबिश दे रही है।