ग्वालियर। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कतर से भारतीय नौसेना के सभी पूर्व अफसरों की रिहाई पर खुशी जताई है। सिंधिया ने इस खुशी के मौके पर कहा है कि प्रधानमंत्री ने साबित कर दिया कि वह सिर्फ प्रधानमंत्री ही नहीं, प्रधान सेवक और प्रधान रक्षक हैं। कतर से भारतीय नागरिकों को भारत लाने की जिम्मेदारी निभाई है।
सिंधिया ने कहा कि इससे पहले भी यूक्रेन युद्ध के समय भारतीय विद्यार्थियों को सुरक्षित लाया गया। पिछले 10 साल में एक-एक भारतीय को विदेशों से सुरक्षित लाने की जिम्मेदारी पीएम ने निभाई है। मोदी जी देश के 140 करोड़ भारतीयों के साथ ही विदेश में रह रहे ढाई करोड़ भारतीयों के प्रति भी जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
गौरतलब है कि कतर की इंटेलिजेंस एजेंसी के स्टेट सिक्योरिटी ब्यूरो ने 30 अगस्त 2022 को 8 पूर्व नौ सैनिकों को गिरफ्तार किया था। यह सभी अफ़सर कतर की नौसेना को ट्रेनिंग देने वाली एक निजी कंपनी दहरा ग्लोबल टेक्नोलॉजी एंड कंसल्टेंसी में काम करते थे। गिरफ्तारी के करीब 14 महीने बाद 26 अक्टूबर 2023 को इन सभी पूर्व नेवी अफसरों को मौत की सजा सुनाई गई थी। इसके बाद भारत की मजबूत विदेश नीति और मैत्री संबंधों के चलते 28 दिसंबर 2023 को उनकी मौत की सजा कैद में बदल गई थी। लेकिन अब आठ पूर्व नेवी अफसरो को रिहा कर दिया गया है।