विधानसभा अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर शिविर के दूसरे दिन एलएनआईपीई में पहुँचे और सेवाभाव के साथ मरीजों का इलाज कर रहे एम्स के चिकित्सकों व उनकी पूरी टीम का उत्साहवर्धन किया। साथ ही जिला प्रशासन, नगर निगम व स्वास्थ्य सहित शिविर के आयोजन में सहयोग कर रहे सभी विभागों के अधिकारियों व सामाजिक संस्थाओं के वॉलेन्टियर्स को भी शाबाशी दी। उन्होंने मरीजों से भी चर्चा कर यहाँ मिल रहीं स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में जानकारी ली। सभी मरीजों ने शिविर की व्यवस्थाओं को बेहतर बताया।
सांसद श्री भारत सिंह कुशवाह, पूर्व मंत्री श्रीमती इमरती देवी व भाजपा जिला अध्यक्ष श्री अभय चौधरी, नगर निगम सभापति श्री मनोज सिंह तोमर सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण भी शिविर में सहयोग के लिये गुरुवार को एलएनआईपीई पहुँचे। साथ ही संभागीय आयुक्त श्री मनोज खत्री, कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान, नगर निगम आयुक्त श्री अमन वैष्णव, अपर कलेक्टर श्री कुमार सत्यम व श्रीमती अंजू अरुण कुमार तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शिविर की व्यवस्थाओं को बेहतर से बेहतर बनाने के लिये दिन भर काम में जुटे रहे।
क्षेत्रीय सांसद श्री भरत सिंह की कुशवाह की पहल पर आयोजित हो रहे मानव सेवा के इस मेले में एम्स भोपाल के 160 चिकित्सको सहित पैरामेडिकल स्टाफ को मिलाकर 200 लोगों की टीम इलाज करने के लिए आई है। इस शिविर में ग्वालियर चंबल संभाग सहित समीपवर्ती लगभग डेढ़ दर्जन जिलों के मरीजों को लाभ मिल रहा है। शिविर में नि:शुल्क इलाज व दवायें उपलब्ध कराने के साथ-साथ ईको, अल्ट्रासाउण्ड, ईसीजी व लिवर जाँच सहित अन्य प्रकार की महँगी-महँगी पैथोलॉजिकल जाँचें भी नि:शुल्क की जा रही हैं।
गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों की बनी आईडी, इसी आईडी से एम्स में होगा इलाज
एम्स के सहयोग से आयोजित होने जा रहे इस वृहद शिविर में मौके पर ही मरीजों का इलाज तो किया ही जा रहा है, साथ ही गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों की मेडीकल आईडी भी तैयार की गई हैं। जिन मरीजों का शिविर में ऑपरेशन व इलाज संभव नहीं हुआ है, उनका इलाज इस आईडी के माध्यम से एम्स भोपाल में किया जायेगा। आईडी होने से मरीजों को एम्स में इलाज के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा।
एम्स के 22 विभागों के डॉक्टर्स आए हैं इलाज करने
शिविर में एम्स के 22 विभागों के चिकित्सकों के दल इलाज करने के लिये आए हैं। इनमें जनरल स्क्रीनिंग ओपीडी (मेडीसिन, सीएफएम व सर्जरी), बर्न प्लास्टिक, कार्डियोलॉजी, सीटीवीएस, डर्माटोलॉजी, डेटिस्ट्री, एंडोक्रिनोलॉजी, गेट्रोएंट्रोलॉजी, हेमोटोलॉजी, पीडियार्टिक सर्जरी, ऑन्कोलॉजी, ऑर्थोपेडिक्स, पीडियाट्रिक्स ऑर्थोपेडिक्स, यूरोलॉजी, सायकाट्री, गायनोकॉलोजी, न्यूरो सर्जरी, नेफ्रोलॉजी, ईएनटी, ट्रांसफ्यूजन मेडीसिन, आयुष व डायगनोस्टिक्स (रेडियोडायगनोसिस, ईसीजी व प्वॉइंट ऑफ केयर टेस्टिंग) शामिल हैं।