सांसद भारत सिंह कुशवाह ने सोमवार को संभाग आयुक्त श्री मनोज खत्री एवं कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान की मौजूदगी में शिविर की तैयारियों को लेकर आयोजित हुई बैठक में निर्देश दिए कि शिविर स्थल पर मरीजों की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाए। मरीजों की मदद के लिए पर्याप्त काउण्टर बनाएँ व सेवाभावी वॉलेन्टियर भी तैनात करें, जिससे इलाज के लिये मरीजों को भटकना न पड़े। उन्होंने उन मरीजों को भी शिविर में इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए, जिनका पहले से चिन्हांकन या पंजीयन नहीं हुआ है।
एम्स के सहयोग से यह बहुउद्देश्यीय नि:शुल्क शिविर 25 से 27 दिसम्बर तक ग्वालियर स्थित एलएनआईपीई (लक्ष्मीबाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिकल एज्यूकेशन) परिसर में प्रतिदिन प्रात: 10 बजे से सायंकाल 4 बजे तक होगा। इस विशाल स्वास्थ्य शिविर के लिये अकेले ग्वालियर जिले में ही अब तक 24 हजार 22 मरीजों का पंजीयन किया जा चुका है। इसके अलावा 45 ऐसे बच्चे चिन्हित कर लिए गए हैं, जिनके कटे-फटे होठों व अन्य विक्रतियों को ठीक करने के लिये शिविर में एम्स के चिकित्सकों द्वारा ऑपरेशन किए जायेंगे। वृहद शिविर में इलाज कराने के लिये इन मरीजों का चयन जिले में विशेष चिन्हांकन शिविर लगाकर किया गया है।
सांसद कुशवाह ने शिविर की तिथियों का व्यापक प्रचार-प्रसार करने पर बैठक में विशेष बल दिया गया। होर्डिंग, बैनर व संचार माध्यमों के साथ-साथ आशा, एएनएम व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के सहयोग से घर-घर जाकर शिविर का प्रचार-प्रसार कराने के लिये उन्होंने कहा।
कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने बैठक में जानकारी दी कि शिविर की तैयारियाँ सुनियोजित ढंग से की जा रही हैं। शिविर स्थल पर मरीजों के लिये नि:शुल्क कैन्टीन के साथ-साथ पेड कैन्टीन भी लगाई जायेंगीं। जिले के दूरस्थ गाँवों से मरीजों को शिविर में लाने के लिये वाहन की व्यवस्था भी की जायेगी।
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक कुमार, नगर निगम आयुक्त अमन वैष्णव, अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू अरुण कुमार, कुमार सत्यम व टी एन सिंह, एम्स के प्रशासनिक अधिकारी तथा जेएएच अधीक्षक, सीएमएचओ व सिविल सर्जन सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
मरीजों की आईडी बनेगी, जिससे उन्हें एम्स में इलाज के लिए भटकना नहीं पड़ेगा
एम्स के सहयोग से आयोजित होने जा रहे इस वृहद शिविर में मौके पर ही मरीजों का इलाज तो होगा ही, साथ ही उनकी मेडीकल आईडी भी एम्स द्वारा तैयार की जायेगी। जिन मरीजों का शिविर में ऑपरेशन व इलाज संभव नहीं होगा, उनका इलाज इस आईडी के माध्यम से मरीज एम्स भोपाल में जाकर करा सकेंगे। आईडी होने से मरीजों को एम्स में इलाज के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा और लम्बी लाइन से भी निजात मिलेगी।
हर ग्राम व हर पंचायत के जरूरतमंद मरीजों को शिविर में लेकर आएँ
संभाग आयुक्त श्री मनोज खत्री ने बैठक में निर्देश दिए कि ग्रामीण अंचल में निवासरत ऐसे अभावग्रस्त जरूरतमंद मरीजों को इस शिविर से अवश्य लाभान्वित कराएं जो अच्छी चिकित्सा के लिये एम्स जैसी संस्थाओं तक नहीं पहुँच पाते हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी एसडीएम व जनपद पंचायतों के सीईओ अपने क्षेत्र के ग्राम पंचायत सचिवों व जीआर एस की बैठक लेकर इस संबंध में स्पष्ट दिशा – निर्देश जारी करें।
दिव्यांगों की सहायतार्थ एलिम्को की टीम भी बुलाएँ, आयुर्वेद चिकित्सा का काउण्टर भी हो
संभाग आयुक्त मनोज खत्री ने शिविर में आने वाले दिव्यांगों की सहायतार्थ एलिम्को की टीम बुलाने के निर्देश भी बैठक में दिए। उन्होंने कहा कि इस टीम के माध्यम से जरूरतमंद दिव्यांगों को सहायता उपकरण दिलाने के लिये माप ली जाए। संभाग आयुक्त ने शिविर स्थल पर आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति से इलाज के लिये विशेषज्ञ आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारियों का काउण्टर लगाने के लिये भी कहा।
शिविर स्थल के नजदीक की जाए पार्किंग की व्यवस्था
सांसद भारत सिंह कुशवाह ने कहा कि मरीजों को लेकर आने वाले वाहनों के लिये एलएनआईपीई के नजदीक पार्किंग व्यवस्था की जाए। व्यवस्था इस प्रकार से बनाएं, जिससे वाहन मरीजों को एलएनआईपीई के प्रवेश द्वार पर छोड़ने के बाद पार्किंग स्थल पर पहुँच सकें। संभाग आयुक्त श्री खत्री ने कहा कि 25 दिसम्बर से ग्वालियर मेला भी शुरू होगा। इस बात को ध्यान में रखकर पार्किंग स्थल निर्धारित किए जाएं।
वैकल्पिक रूप से रैन बसेरों व धर्मशालाओं में आवास की व्यवस्था कराएँ
शिविर में आने वाले मरीजों के लिये शहर की धर्मशालाओं व रैन बसेरा में आवास की वैकल्पिक व्यवस्था करने के निर्देश संभाग आयुक्त ने नगर निगम के अधिकारियों को दिए। उन्होंने यह भी कहा कि सुरक्षा इंतजामों के साथ रैन बसेरों में ठंड से बचाव के लिये हीटर भी लगाए जाएं।
ग्वालियर में बड़े चिकित्सा संस्थान के लिए डाटाबेस बनेगा आधार
सांसद श्री भारत सिंह कुशवाह ने कहा कि इस शिविर के माध्यम से एम्स के चिकित्सक यह भी पता लगायेंगे कि ग्वालियर-चंबल संभाग के जिलों में कौन सी बीमारी अधिकता में होती है। इस अध्ययन के आधार पर चिन्हित बीमारियों के इलाज के लिए ग्वालियर में विशेष सुविधा उपलब्ध कराने के लिये केन्द्र व राज्य स्तर पर प्रयास किए जायेंगे। उन्होंने कहा शिविर में जो डाटाबेस तैयार होगा, उसके आधार पर ग्वालियर में चिकित्सा के क्षेत्र में एम्स जैसा बड़ा संस्थान खोलने का रास्ता खुलेगा।
एम्स के 22 विभागों के दल आयेंगे शिविर में
एम्स भोपाल के अधिष्ठाता डॉ. रजनीश जोशी ने बैठक में जानकारी दी कि शिविर में एम्स के 22 विभागों के चिकित्सकों के दल इलाज करने के लिये आयेंगे। इनमें जनरल स्क्रीनिंग ओपीडी (मेडीसिन, सीएफएम व सर्जरी), बर्न प्लास्टिक, कार्डियोलॉजी, सीटीवीएस, डर्माटोलॉजी, डेटिस्ट्री, एंडोक्रिनोलॉजी, गेट्रोएंट्रोलॉजी, हेमोटोलॉजी, पीडियार्टिक सर्जरी, ऑन्कोलॉजी, ऑर्थोपेडिक्स, पीडियाट्रिक्स ऑर्थोपेडिक्स, यूरोलॉजी, सायकाट्री, गायनोकॉलोजी, न्यूरो सर्जरी, नेफ्रोलॉजी, ईएनटी, ट्रांसफ्यूजन मेडीसिन, आयुष व डायगनोस्टिक्स (रेडियोडायगनोसिस, ईसीजी व प्वॉइंट ऑफ केयर टेस्टिंग) शामिल हैं।