ग्वालियर। राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय में एक कार्यशाला का आयोजन हुआ। जिसमें पूर्व लाइब्रेरियन और प्रोफेसर, प्रोफेसर जयशंकर तेलंगाना एग्रीकल्चरल विश्वविद्यालय, हैदराबाद के डा. के. वीरंजनेयुलु ने आई.सी.ए.आर. द्वारा ई लाइब्रेरी सेरा को विस्तृत रूप से समझने के लिए एक वक्तव्य रखा गया इसमें कृषि और संबद्ध विज्ञान में पुस्तकालय सूचना प्रणाली, डेटाबेस और खुली पहुंच संसाधन बताया गया।
आज पुस्तकालय का परिदृश्य महज ज्ञान के भंडार से बदलकर हाइब्रिड लाइब्रेरी या डिजिटल लाइब्रेरी या ज्ञान प्रबंधन केंद्र में बदल गया है, जहां उपयोगकर्ता न केवल मुद्रित संसाधनों से बल्कि डिजिटल संसाधनों से भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। कोई भी व्यक्ति अपने स्मार्ट फोन का उपयोग करके कहीं से भी ऑनलाइन सार्वजनिक पहुँच की जाँच कर सकता है। कई पुस्तकालय 24’7 दूरस्थ लॉगिन सेवाएँ प्रदान करते हैं।
क्या है सेराः-
सेरा आईसीएआर संस्थानों और राज्य कृषि विश्वविद्यालयों में मौजूदा अनुसंधान और विकास सूचना संसाधन आधार को बेहतर बनाने के लिए तथा आईसीएआर संस्थानो और कृषि विश्वविद्यालयों के वैज्ञानिकों और संकाय के बीच ऑनलाइन पत्रिकाओं और ई-संसाधनों की सदस्यता लेना और ई-पहुंच संस्कृति का निर्माण करना है।
ई लाइब्रेरी क्या होतीः-
ई-लाइब्रेरी या डिजिटल लाइब्रेरी डिजिटल संसाधनों का एक संग्रह है जो इंटरनेट के माध्यम से उपयोगकर्ताओं के लिए सुलभ है। इन संसाधनों में किताबें, लेख, पत्रिकाएँ, शोध पत्र, मल्टीमीडिया सामग्री और अन्य प्रकार की सामग्री शामिल हो सकती है। कार्यक्रम में निदेशक अनुसंधान सेवायें डाॅ. संजय शर्मा, अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय, ग्वालियर डाॅ. एस.एस. तोमर एवं विद्यार्थीगण मौजूद रहे।