दुनियाभर में गजल गायकी का परचम लहरा रहे श्री चंदन दास ने “न जीभर के देखा न कुछ बात की, बड़ी आरजू थी मुलाकात की” जैसी तमाम गजलें गाकर देश और दुनिया भर में लोकप्रियता हासिल की है। उनकी हिट एलबम में ‘कितने ही रंग’, ‘गज़ल उसने छेड़ी’, ‘इनायत’ व ‘गुजारिश’ शामिल हैं। उन्होंने कई लोकप्रिय धारावाहिकों एवं फिल्मों के लिये भी गायन किया है। साथ ही मुख्य धारा की फिल्मों के लिये भी संगीत दिया है।
संगीत शिरोमणि तानसेन की याद में आयोजित होने वाले तानसेन समारोह का इस साल शताब्दी वर्ष है। राज्य शासन के संस्कृति विभाग द्वारा जिला प्रशासन, नगर निगम व पुलिस के सहयोग से आयोजित हो रहे समारोह की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। समारोह में शहर के जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों, संगीत प्रेमियों एवं पत्रकारगणों को आमंत्रित किया गया है। समारोह पूर्णत: नि:शुल्क है।