संगीत के क्षेत्र में भारत को वैश्विक पहचान को और ऊँचाईयां दिलाने के लिये इस प्रस्तुति को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराने के प्रयास भी होंगे। वृहद शास्त्रीय बैंड की इस प्रस्तुति में बाँसुरी, सितार, सरोद, संतूर, शहनाई, बायलिन, सारंगी व हार्मोनियम इत्यादि वाद्य यंत्रों से मधुर धुनों की बारिश होगी तो तबला व पखावज की थाप के साम्य से शहर की फिज़ा में सुर संगीत के नए रंग भरेंगे।
गान महर्षि तानसेन की स्मृति में इस साल 15 से 19 दिसम्बर तक सिटी ऑफ म्यूजिक ग्वालियर में शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में देश और दुनिया के सर्वाधिक प्रतिष्ठित महोत्सव तानसेन समारोह का आयोजन होने जा रहा है। शताब्दी आयोजन होने से इस साल के समारोह में नए आयाम जोड़े गए हैं।