Monday, December 23, 2024

बाल संस्थाओं से किसी भी हालत में बच्चों के पलायन की घटना न होने पाए – कलेक्टर

बाल कल्याण संरक्षण समिति और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की जिला स्तरीय टास्क फोर्स समिति की बैठक में संबंधित अधिकारियों को दिए निर्देश

ग्वालियर : जिले में बाल देखरेख के लिये संचालित संस्थाओं का सतत निरीक्षण करें, किसी भी स्थिति में इन संस्थाओं से बच्चों के पलायन की घटना नहीं होनी चाहिए। इसी तरह खुला आश्रय गृह में भी बच्चों की उपस्थिति पर विशेष निगरानी रखें। इस आशय के निर्देश कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने जिला बाल कल्याण संरक्षण समिति और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की जिला स्तरीय टास्क फोर्स समिति की बैठक में विभागीय अधिकारियों को दिए। आरंभ में नवनियुक्त बाल कल्याण समिति व किशोर न्याय बोर्ड के अध्यक्ष व सदस्यों का परिचय कराया गया।

मंगलवार को कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित हुई बैठक में बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष श्री सोमेश महंत व अन्य सदस्यगण तथा किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य श्री सुमंत शर्मा विशेष रूप से उपस्थित थे। साथ ही जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास श्री डी एस जादौन, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सचिन श्रीवास्तव व सहायक संचालक महिला बाल विकास श्री राहुल पाठक सहित स्कूल शिक्षा, श्रम, किशोर पुलिस इकाई, जिले में संचालित बाल देखरेख संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं महिला बाल विकास के परियोजना अधिकारी उपस्थित थे।

चिकित्सा परीक्षण कर कराएँ बच्चों की उम्र का निर्धारण 

कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने कहा कि बालिका गृह में लंबे समय तक रहने वाली बालिकाओं और अल्प समय के लिये आने वाली बालिकाओं के निवास के लिये बालिका गृह में अलग-अलग कक्ष आवंटित किए जाएं। उन्होंने संस्था में निवासरत बच्चों की उम्र निर्धारण के लिये 10 दिन के भीतर चिकित्सा परीक्षण कराने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिए। साथ ही कहा कि संस्था में निवासरत बच्चों के आधारकार्ड भी अनिवार्यत: बनवाए जायें।

हर जरूरतमंद बच्चे को दिलाएँ सीएम जन आशीर्वाद व स्पान्सरशिप योजना का लाभ 

जिला स्तरीय टास्क फोर्स समिति की बैठक में कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने कहा कि जिले में जरूरतमंद ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता की मृत्यु हो गई है, उन्हें मुख्यमंत्री जन कल्याण अभियान के अंतर्गत स्पॉन्सरशिप योजना का लाभ दिलाएँ। स्पॉन्सरशिप योजना व मुख्यमंत्री जन आशीर्वाद योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार करने पर भी उन्होंने बल दिया। बैठक में बताया गया कि मुख्यमंत्री स्पॉन्सरशिप योजना के तहत जिले में वर्तमान में 151 बच्चों को लाभान्वित कराया जा रहा है। साथ ही 414 नए बच्चे चिन्हित किए गए हैं।

कलेक्टर श्रीमती चौहान ने यह भी निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना, मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल सेवा योजना व पीएम केयर्स योजना के तहत लाभान्वित हितग्राहियों के अभिभावकों से संपर्क कर यह जानकारी प्राप्त करें कि उन्हें योजना के तहत राशि मिल रही है कि नहीं और बच्चों का स्वास्थ्य कैसा है। जरूरत होने पर ऐसे बच्चों को तत्काल मदद उपलब्ध कराई जाए।

जिले के सरकारी व निजी स्कूलों के बच्चों को पॉक्सो एक्ट, गुड टच व बैड टच इत्यादि की जानकारी दिलाने के निर्देश भी कलेक्टर ने दिए। उन्होंने कहा अच्छे एनजीओ व अन्य सेवाभावी लोगों के माध्यम से यह प्रशिक्षण दिलाया जा सकता है।

उत्कृष्ट कार्य करने वाली बालिकाओं को राष्ट्रीय बालिका दिवस पर कराएँ सम्मानित 

बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना की समीक्षा के दौरान कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने निर्देश दिए कि शिक्षा, खेल, साहस, बाल विवाह रोकथाम एवं सायबर अपराधों पर अंकुश लगाने के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली बालिकाओं को राष्ट्रीय बालिका दिवस पर सम्मानित कराएं। साथ ही ऐसे पुरुष जिन्होंने महिला हिंसा एवं लैंगिक भेदभाव के खिलाफ अच्छा कार्य किया हो, उन्हें भी सम्मानित कराया जाए। कलेक्टर ने ग्राम सभाओं के एजेंडे में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के बिंदुओं को भी अनिवार्यत: शामिल कराने के निर्देश भी दिए।

शहरी क्षेत्र के पेट्रोल पम्प पर जरूरतमंद महिलाओं को दिन के समय दिलाएं काम

कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने विधवा व परित्यक्ता महिलाओं को चिन्हित कर उनकी मदद करने के निर्देश भी बैठक में दिए। उन्होंने कहा ऐसी महिलाओं को दिन के समय शहरी क्षेत्र के पेट्रोल पम्प में काम दिलाया जा सकता है। साथ ही पुलिस विभाग की महिला आरक्षक व सब इंस्पेक्टर की भर्ती के लिये सशक्त वाहिनी योजना अंतर्गत महिलाओं को प्रशिक्षण दिलाया जाए।

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