कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल ने कहा कि परियोजना के लिए जिस प्रकार की डीपीआर बनाई गई है, उसी अनुरूप शत प्रतिशत कार्य पूर्ण कराया जायेगा तथा सभी को इस योजना से सिंचाई के लिए पानी मिले, इसके लिए कंपनी को पाबंद करते हुए कार्य किया जायेगा। प्रोजेक्ट को सफल बनाने के लिए अधूरे कार्य पूर्ण कराये जायेगे। परियोजना के कंमाड क्षेत्र के किसानों की इससे संबंधित सभी समस्याओं का निदान किया जायेगा तथा क्रियान्वयन कंपनी के माध्यम से शत प्रतिशत किसानों के खेतो में पानी पहुंचाने की कार्यवाही सुनिश्चित कराई जायेगी। उन्होने किसानों को आश्वस्त किया कि एक सप्ताह के अंदर उनके द्वारा परियोजना क्षेत्र के ग्रामों का भ्रमण कर समस्याओं का आंकलन किया जायेगा तथा किसानों से चर्चा की जायेगी। इस दौरान सामने आने वाली समस्याओं को दूर कराया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि डब्ल्यूपीआईएल कंपनी द्वारा सूक्ष्म सिंचाई परियोजना का निर्माण किया गया है, जिसमें इजरायली टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हुआ है, किसानों के खेतो तक पानी पहुंचाने के लिए दबाव एवं प्रेशर तकनीकी का उपयोग कर पाइपलाइन डाली गई है। इसमें स्प्रिकंलर सिस्टम से सिंचाई का प्रावधान है, इसके अंतर्गत हिरनीखेडा में इंटेकबैल और पम्पहाउस बनाये गये है तथा लून्ड में बूस्टर पम्प लगाया गया है, कंपनी को 5 साल तक परियोजना का संचालन करना है। इसके कुल 782.43 किलोमीटर ग्रेविटी लाइन बिछाई गई है, इसके अलावा मैन लाइन का कार्य अलग है, जल वितरण के लिए 413 बॉक्स लगाये गये है।