लोकायुक्त पुलिस उज्जैन के दल ने रतलाम जिले के नामली थाना क्षेत्र स्थित ग्राम पंचेड़ स्थित पंचायत भवन में किसान से चालीस हजार रुपये की रिश्वत लेते पटवारी आरोपित रमेशचंद्र बैरागी को रंगेहाथ पकड़ लिया। उससे रिश्वत की राशि जब्त कर उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवासी अधिनियम की धारा 7 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है।
कागजी कार्रवाई के बाद पटवारी को नोटिस देकर छोड़ा गया। जानकारी के अनुसार फरियादी गोपाल उपाध्याय पुत्र बालमुकुंद उपाध्याय निवासी ग्राम पंचेड़ ने शिकायत की थी कि जमीन के सीमांकन के बाद पटवारी रमेशचंद्र बैरागी सीमांकन रिपोर्ट एसडीएम कार्यालय में प्रस्तुत नहीं कर रहा है। पटवारी ने सीमांकन रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए पचास हजार रुपये की रिश्वत की मांग की है। बातचीत में पटवारी रमेशचंद्र बैरागी ने चालीस हजार रुपये अभी देने तथा दस हजार रुपये बाद में देने के लिए कहा था। शिकायत मिलने पर लोकायुक्त ने पटवारी को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ने योजना बनाई। योजना के तहत डीएसपी सुनील तालान एवं राजेश पाठक के नेतृत्व में लोकायुक्त का दस सदस्यीय दल गुरुवार सुबह करीब 11.30 बजे ग्राम पंचेड़ पहुंचा तथा पंचायत भवन के सामने व आसपास दल के सदस्य छिपकर खड़े हो गए। फरियादी गोपाल उपाध्याय ने भवन परिसर के अंदर कार्यालय में जाकर पटवारी रमेशचंद्र बैरागी को चालीस हजार रुपये दिए। इसके बाद बाहर आकर इशारा किया। इशारा मिलते ही दल के सदस्य कार्यालय में पहुंचे तथा पटवारी को पकड़कर उसके कब्जे से रिश्वत के चालीस हजार रुपये जब्त किए।
पटवारी रमेशचंद्र बैरागी ने रिश्वत के रुपये लेकर अपनी पेंट की जेब में रख लिए थे। लोकायुक्त सदस्यों ने उसकी पेंट की जेब से रुपये निकालकर जब्त किए तथा पंचानाम बनाकर अन्य कार्रवाई की। दल में प्रधान आरक्षक हितेश लालावत, आरक्षक संदीप कदम, श्याम शर्मा, इसरार खान, कमल पटेल आदि शामिल थे। डीएसपी सुनील तालाने बताया कि आरोपित पटवारी रमेशचंद्र बैरागी के खिलाफ प्रकरण दर्ज विवेचना की जा रही है