उप संचालक किसान कल्याण एवं कृषि विकास से प्राप्त जानकारी के अनुसार कलेक्टर श्रीमती चौहान ने आदेश जारी कर ग्राम पंचायत समिति के प्रधान की अध्यक्षता में स्थानीय स्तर पर निगरानी दल गठित किया गया है। निगरानी दल में कृषि विस्तार अधिकारी, पटवारी, एबीएफओ व ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी को बतौर सदस्य शामिल किया गया है। संबंधित ग्राम पंचायत के सचिव को निगरानी दल के सचिव की जिम्मेदारी दी गई है।
निगरानी दल चौपाल लगाकर अपने क्षेत्र के अंतर्गत कृषकों को नरवाई जलाने के दुष्प्रभावों के बारे में बतायेंगे। साथ ही नरवाई जलाने से संबंधित दण्ड प्रावधानों की जानकारी भी देंगे। ज्ञात हो नरवाई जलाने से खेत के पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। साथ ही पर्यावरण को भी नुकसान पहुँचता है।