जम्मू-कश्मीर के गंदेरबल जिले में भारतीय सेना की 34 असम राइफल्स बटालियन ने घाटी में सेना में भर्ती के लिए इच्छुक उम्मीदवारों के लिए एक प्रेरणादायक पहल शुरू की है। भारतीय सेना इस समय लगभग 20 उम्मीदवारों को प्रशिक्षण दे रही है, जो सफल प्रारंभिक मूल्यांकन के बाद अपने शारीरिक परीक्षण के लिए तैयारी कर रहे हैं। कंगन क्षेत्र की समर्पित टीम ने सक्रिय रूप से उनकी तैयारी में सहयोग कर रहीं हैं, उम्मीदवारों को आगे आने वाली चुनौतियों के लिए अच्छी तरह से तैयार करने के लिए मार्गदर्शन और संसाधन भी प्रदान कर रहीं हैं।
भारतीय सेना नाश्ते और प्रशिक्षण स्थानों की यात्रा के लिए आवश्यक ट्रेन टिकट सहित कई सुविधाएं प्रदान कर रही है। यह पहल न केवल युवाओं में अनुशासन की भावना को बढ़ावा देती है, बल्कि समुदाय के सशस्त्र बलों के साथ जुड़ाव को भी मजबूत करती है।
घाटी के युवाओं ने इस पहल के लिए भारतीय सेना का जताया आभार
उम्मीदवारों ने सहायता के लिए आभार व्यक्त किया है, इस कार्यक्रम ने घाटी के युवाओं के आत्मविश्वास और प्रेरणा को बढ़ाया है। एक अभ्यर्थी फारूक अहमद ने बताया “मैं अभी ग्रेजुएशन कर रहा हूं और अग्निवीर योजना के बारे में सुना, सेना में भर्ती होने के लिए मैं बहुत उत्साहित था। अग्निवीर योजना के बारे में सुनते ही मैंने फॉर्म भर दिया। लिखित परीक्षा पास कर लिया और अब मैं शारीरिक परीक्षा की तैयारी कर रहा हूं।”
एक अन्य अभ्यर्थी सजाद अहमद ने कहा, “मैं परीक्षा पास करके नौकरी पाने की कोशिश कर रहा हूं। मैंने अपनी 10वीं कक्षा पूरी कर ली है और मैं नौकरी पाने की कोशिश कर रहा हूं। सर ने फोन करके कहा कि हम आपको 4 घंटे की ट्रेनिंग दे रहे हैं। इसलिए मैं यहां सुबह 6 बजे आता हूं और हमारे पास सुबह 9 बजे तक की ट्रेनिंग है। इसलिए मैं कहना चाहता हूँ कि जो लोग नहीं आ रहे हैं वे भी आएं और इस पहल में शामिल हों।” अभ्यर्थी एजाज अहमद ने भी बताया कि इस अभियान में कई युवाओं ने हिस्सा ले रहें हैं जो अलग-अलग जिलों से हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें 2-3 घंटे की ट्रेनिंग का अभ्यास कराया जा रहा है।ग से प्यार |