फिल्म सेक्टर 36 Movie Review: विक्रांत मेस्सी अब 12वीं फेल के बाद एक बार फिर अपनी एक्टिंग के साथ दर्शकों का दिल जीतने के लिए लौट आए हैं। पर एकदम अलग अंदाज और फिल्म के साथ। उनकी क्राइम थ्रिलर फिल्म सेक्टर 36 अब नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो गई है। आइए यहां जानते हैं कि फिल्म देखने लायक है या नहीं?
क्रिटिक्स रेटिंग : 3.5
क्राइम थ्रिलर फिल्में दर्शकों पर अपना अलग ही असर छोड़ती हैं। ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर तो जैसे इस जोनर की फिल्मों का बुफे सिस्टम लगा हुआ है। अब मैडॉक फिल्म्स भी एक क्राइम थ्रिलर लेकर आई है, जिसका नाम है सेक्टर 36। फिल्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो गयी है। यह एक ऐसी फिल्म है जो डीप स्टोरी लाइन से आपको जकड़े रहती है। यह फिल्म न केवल क्राइम की दुनिया की गहराई को उजागर करती है, बल्कि समाज के अंधकार को भी बेनकाब करती है। क्या आपको अपना कीमती समय इस फिल्म को देखने के लिए लगाना चाहिए। यहां इस रिव्यू को पढ़कर इस जवाब पर नजर डालते हैं।
कहानी
फिल्म सेक्टर 36 की कहानी समाज के उस तबके पर रौशनी डालती है, जिनके होने या न होने से लोगों को फर्क तक नहीं पड़ता है। फिल्म में दिखाया जाता है कि नॉर्थ इंडिया में किस तरह झुग्गियों में बच्चों का अपहरण करने के बाद उनकी हत्या की जा रही है। यह जानना जरूरी है कि इस फिल्म को साल 2006 की नोएडा सीरियल मर्डर्स (निठारी किलिंग्स) से प्रेरित होकर बनाया गया है। फिल्म की कहानी एक अमीर मोहल्ले, सेक्टर 36, के एक बड़े घर में काम करने वाले कर्मचारी के इर्द-गिर्द घूमती है। विक्रांत मैसी ने इस किरदार को निभाया है जिसका नाम प्रेम सिंह है। बाहरी रूप से एक सामान्य और विनम्र नौकर की तरह दिखने वाला प्रीतम, वास्तव में एक खौफनाक सीरियल किलर है। उसकी असली पहचान और क्रूरता इस फिल्म को आगे बढ़ाती है। प्रेम सिंह बच्चों का अपहरण करता है और उन्हें बेरहमी से हत्या कर देता है। उसकी इस निर्दयता के पीछे एक दर्दनाक अतीत है जो उसे अत्यधिक क्रूर बना देता है। प्रेम सिंह को नौकरी पर रखने वाले व्यक्ति का रोल अक्षय खुराना ने निभाया है, वो भी दूध का धुला नहीं है। वह एक पॉवरफुल और अमीर इंसान है, जो बच्चों के साथ कुकर्म कर चुका है।कुछ मिलाकर फिल्म क्राइम और खून खराने में लिपटी हुई है।
निर्देशन
मूवी आज के समय के लिए बहुत अहम है, क्योंकि यह अपने कोर को सच्चाई और गहराई के साथ दिखाती है। जिससे दर्शक पूरी तरह से कनेक्टेड फील करते हैं। इससे पहले मैडॉक फिल्म्स ने हमेशा से ही भारतीय सिनेमा में अपनी खास पहचान बनाई है। उनकी फिल्में दर्शकों को सोचने पर भी मजबूर कर देती हैं। इसी कड़ी में अब सेक्टर 36 का नाम भी जुड़ गया है। फिल्म को आदित्य निम्बालकर के डायरेक्शन में बनाया गया है। जो इस फिल्म के जरिए ही अपना डायरेक्टोरियल डेब्यू भी कर रहे हैं।
परफॉर्मेंस
दीपक डोबरियाल ने इंस्पेक्टर राम चरण पांडे का रोल निभाया है। शुरुआत में, पांडे बच्चों के लापता होने की घटनाओं को गंभीरता से नहीं लेता और उन्हें महज आंकड़े मानता हैं। लेकिन जब उसकी खुद की बेटी इन अपराधों की चपेट में आती है, तो उसकी सोच पूरी तरह बदल जाती है। दीपक ने एक बार फिर अपनी परफॉर्मेंस से दर्शकों का दिल जीत लिया है। इसी के साथ ही फिल्म में विक्रांत मैसी और दीपक डोबरियाल ने अपनी एक्टिंग से फिल्म को एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है। विक्रांत ने प्रेम सिंह के किरदार में अपने अभिनय की गहराई का शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने इस रोल को इतनी सच्चाई से निभाया कि दर्शकों को उनकी क्रूरता देख हैरानी होने लगती है।
देखें या नहीं?
क्राइम थ्रिलर का आनंद लेने वाले दर्शकों के लिए सेक्टर 36 एक देखने लायक मूवी है। पर अगर आपको खून खराबे वाली फिल्में देखना नहीं पसंद तो इसे स्किप कर सकते हैं। फिल्म आपको बोर नहीं करेगी, बल्कि हमेशा ही ‘आगे क्या होने वाला है’ वाली फीलिंग आती रहेगी। फिल्म को मैडॉक फिल्म्स और जियो स्टूडियो के बैनर बनाया गया है। सच्ची घटनाओं पर आधारित इस फिल्म को आप इस वीकेंड अपनी वॉचलिस्ट में शामिल कर सकते हैं।