ग्वालियर। राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय में 5 दिसंबर को विश्व मृृदा दिवस मनाया जाएगा। जिसकी तैयारियों को लेकर विश्वविद्यालय के कुलपति डा अरविंद कुमार शुक्ला ने आयोजन समिति की बैठक ली और कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर दिशा निर्देश जारी किए ।
मृृदा दिवस के अवसर पर सुबह के समय एनसीसी कैडेट विश्वविद्यालय से होटल तानसेन तिराह तक जागरूकता रैली निकालेंगे और मिट्टी के प्रबंधन व प्रदूषण से कैसे बचाया जाए इसके बारे में संदेश देंगे।
इसके अलावा व्याख्यान माला का आयोजन होगा जिसमें मिट्टी के रखरखाव और देखभाल के बारे में बताया जाएगा। आपको बता दें कि हर साल 5 दिसंबर को खाद्य एवं कृषि संगठन द्वारा विश्व मृदा दिवस बढती जनसंख्या की वजह से मिट्टी के कटाव को कम करने की दिशा में काम करने, लोगों को उपजाऊ मिट्टी के बारे में जागरूक करने तथा संसाधन के रूप में मिट्टी के स्थायी प्रबंधन की व्यवस्था को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से मनाया जाता है।
जिस तरह पानी के बिना जीवन की कल्पना मुमकिन नहीं ठीक उसी तरह मिट्टी का भी महत्व है। भारत का तो आधी आबादी ही कृषि पर निर्भर है। लेकिन खेतों में किसानों द्वारा बहुत ज्यादा केमिकल वाले खाद और कीटनाशक दवाइयों का इस्तेमाल से मिट्टी की गुणवत्ता में कमी आ रही है। जो खाद्य सुरक्षा, पेड-पौधों के विकास, कीड़ों और जीवों के जीवन और आवास व मानव जाति के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है ऐसे में मिट्टी का संरक्षण बहुत जरूरी हो गया है।