ग्वालियर। देश और प्रदेश में इन दिनों किसानों की एमएसपी सहित अन्य मांगों को लेकर मुद्दा गरमाया हुआ है। मध्यप्रदेश में भी इस पर जमकर राजनीति हो रही है। इसी मुद्दे से जुड़े सवाल के जवाब के दौरान एमपी के कृषि मंत्री एदल सिंह कंषाना की ऐसी जुबान फिसली कि उन्होंने कांग्रेस की तारीफ ही कर डाली और कहा कि कांग्रेस किसानों के साथ है। हालांकि अपनी गलती का अहसास होने के बाद मंत्री कंषाना ने कांग्रेस पर तीखा जुबानी हमला बोलना शुरू कर दिया।
दरअसल, हाल ही में राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा मध्यप्रदेश से होकर गुजरी है। इस दौरान राहुल गांधी ने केंद्र और प्रदेश सरकार को किसान विरोधी बताया। मध्य प्रदेश कांग्रेस के नेता भी इस मुद्दे को लोकसभा चुनाव के दौरान बड़ा मुद्दा बना कर भुनाने की कोशिश में जुटे हैं। इसी मुद्दे से जुड़ा हुआ सवाल ग्वालियर में कृषि मंत्री एदल सिंह कंसाना से किया गया, लेकिन मंत्री जी की सवाल के जवाब के दौरान ऐसी जुबान फिसली कि उन्होंने कांग्रेस की तारीफ ही कर डाली और कहां की “कांग्रेस किसानों के साथ है“। हालांकि चंद मिनट ही गुजरे थे कि मंत्री एदल सिंह कंषाना को अपनी गलती का एहसास हुआ और उन्होंने कांग्रेस पर तीखा जुबानी हमला बोलना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसानों के साथ छलावा कर रही है। जब चुनाव आते हैं तो उसके पहले वह यह सब करना शुरू हो जाते हैं।
विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने मध्यप्रदेश में वादा किया था कि हम सरकार बनते ही किसानों का कर्ज माफ करेंगे। यदि 10 दिन में हमारा मुख्यमंत्री कर्ज माफ नहीं करेगा तो मुख्यमंत्री हटा देंगे। यह वही कांग्रेस है, कांग्रेस कभी भी किसानों के साथ नहीं रही है और न रहेगी। जबकि मध्यप्रदेश और केंद्र की सरकार किसानों के साथ है और हम वही करेंगे जो किसानों के हित में होगा। राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री को नहीं हटाया तो हमने ही किसानों के हित मे मुख्यमंत्री को हटा दिया था।
उधर, कृषि मंत्री एदल सिंह कंसाना की फिसली जुबान पर अब कांग्रेस भी चुटकी ले रही है। कांग्रेस के प्रवक्ता राम पांडे का कहना है कि सच्चाई जुबान पर आ ही जाती है। मंत्री कंसाना ने कहा है कि कांग्रेस किसानों की पार्टी है। कांग्रेस उनके साथ है। कंसाना जी ने कमलनाथ सरकार में कर्ज माफी के प्रमाण पत्र खुद ही किसानों को बांटे थे। 70 हजार करोड़ का किसानों का कर्ज कांग्रेस सरकार ने माफ किया था। स्वामीनाथन रिपोर्ट के अनुसार किसानों का एमएसपी मिलना चाहिए। यह उनका अधिकार है और मोदी जी स्वामीनाथन जी को भारत रत्न दे चुके हैं तो भारत रत्न स्वामीनाथन को जब दिया जा चुका है तो उनके अनुसार किसानों को एमएसपी भी मिलनी चाहिए।
गौरतलब है कि देश की राजधानी दिल्ली से लेकर मध्यप्रदेश के अंदर किसानों पर जमकर राजनीति हो रही है। सीधे तौर पर बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने है। इसी दौरान किसानों से जुड़े मुद्दे को लेकर कृषि मंत्री एदल सिंह कंषाना की जुबान फिसलने के चलते कांग्रेस अब इसे मुद्दा बनाने की कोशिश में जुट गई है।